Couple Suicide Case : ...तो क्या सुसाइड नोट में जो लिखा था, वही बना आत्महत्या का कारण Prayagraj News
पोस्टमार्टम के दौरान जगन्नाथ के कुर्ते की जेब से एक कागज मिला। इसमें पैसा जेवरात लूटने और दंपती की पिटाई का उल्लेख है।
प्रयागराज, जेएनएन। धूमनगंज थाना अंतर्गत पीपलगांव निवासी बुजुर्ग दंपती के आत्महत्या का मामला पुलिस के लिए किसी पहेली से कम नहीं है। बुजुर्ग ने सुसाइड नोट में अपना दर्द बयां किया था। सुसाइड नोट में हालात से निराश होने बात लिखी गई थी। इसे आत्महत्या की वजह माना जा रहा है लेकिन पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट अस्पष्ट है।
धूमनगंज के पीपलगांव में वृद्ध दंपती ने जहर खाकर आत्महत्या किया था
पीपलगांव निवासी 85 वर्षीय जगन्नाथ और उनकी 80 वर्षीय पत्नी फूलमती मकान में रहते थे। बगल वाले मकान में बेटा राम प्रकाश अपनी पत्नी अमरावती व बच्चों के साथ रहता है। दूसरे बेटे मेदीलाल की कई साल पहले मौत हो गई थी। बुधवार शाम जगन्नाथ गांव से बाहर गए थे। करीब दो घंटे बाद वापस लौटे। बेटे राम प्रकाश ने देखा कि दरवाजा अंदर से बंद है तो वह पीछे वाले दरवाजे से भीतर गया। वहां एक चारपाई पर पिता और दूसरी पर मां पड़ी थी। दोनों के मुंह से झाग निकल रहा था। वह उन्हें निकट के प्राइवेट अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्वजन अंतिम संस्कार की तैयारी में लग गए।
सुसाइड नोट में पैसा, जेवरात लूटने और पिटाई का जिक्र है
इसी बीच मुहल्ले वालों की सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई और शवों को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया। उच्चाधिकारियों को इस बात की जानकारी नहीं दी। गुरुवार को यह चर्चा फैली। अधिकारियों ने पूछताछ शुरू की तो पता चला कि मामला बुधवार शाम का था। पोस्टमार्टम के दौरान जगन्नाथ के कुर्ते की जेब से एक कागज मिला। इसमें पैसा, जेवरात लूटने और उनकी (फूलमती व जगन्नाथ की) पिटाई का उल्लेख है। जगन्नाथ ज्यादा शिक्षित नहीं थे। इसलिए सुसाइड नोट को संदिग्ध मान पुलिस परिवार के लोगों से पूछताछ कर रही है।
बोले, सीओ सिविल लाइंस
सीओ सिविल लाइंस बृज नारायण सिंह का कहना है कि घरवालों से पूछताछ में पता चला है कि जगन्नाथ और उनकी पत्नी की आंख की रोशनी कमजोर हो गई थी। बीमारी से भी वह परेशान थे। जेब में मिला कथित सुसाइड नोट पढऩे में साफ नहीं आ रहा है।