कोरोना के फैलाव पर लगाम लेकिन प्रयागराज के मशहूर फिजिशियन डा. भरत अरोरा समेत सात लोगों की मौत
पहले शहर क्षेत्र में 80 फीसद नए संक्रमित मिल रहे थे और ग्रामीण इलाकों में 20 फीसद केस ही रहे। लेकिन अब दोनों क्षेत्रों का औसत 50-50 हो गया है। शहर में संक्रमण की चेन तोड़ने का प्रयास जोरों पर किया जा रहा है
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना महामारी के विस्फोट से कई दिनों तक रहे कोहराम के बाद अब नए लोगों में संक्रमण और मौत का भी ग्राफ गिरावट की ओर है। मंगलवार को शहर के मशहूर फिजिशियन डा. भरत अरोरा समेत सात लोगों की मौत इलाज के दौरान हुई। जबकि 683 नए लोगों में कोरोना का संक्रमण मिला। डिस्चार्ज 1943 लोग हुए। डिस्चार्ज होने वालों की संख्या नए संक्रमितों से तीन गुना है। इससे कोविड अस्पतालों में जरूरतमंदों को बेड भी अब आसानी से मिल रहे हैं।
1943 लोग किए गए मंगलवार को डिस्चार्ज
कोविड-19 के नोडल अफसर की तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार 1943 लोग पूरी तरह स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किए गए। इसमें 51 कोविड अस्पतालों से और 1892 होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज हुए। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में अब तक 54593 लोग होम आइसोलेशन में रहते ठीक हो चुके हैं। बीते 24 घंटे में 11434 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए।
डा. भरत अरोरा के निधन से शोक
फिजिशियन डा. भरत अरोरा इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य रहे। उन्होंने सिविल लाइंस में निजी अस्पताल का निर्माण भी कराया था लेकिन उस अस्पताल के संचालन से पहले ही कोरोना उन्हें लील गया। एएमए ने डा. भरत अरोरा के निधन पर दुख जताया है।
नए संक्रमित अब शहर व देहात में 50-50
पहले शहर क्षेत्र में 80 फीसद नए संक्रमित मिल रहे थे और ग्रामीण इलाकों में 20 फीसद केस ही रहे। लेकिन अब दोनों क्षेत्रों का औसत 50-50 हो गया है। इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि शहर क्षेत्र में कांट्रैक्ट ट्रेसिंग करके एक पॉजिटिव केस पर 15 लोगों की जांच करके उन्हें आइसोलेट कर दिया जा रहा है। जबकि ग्रामीण इलाकों में अभी यह कामयाबी नहीं मिल पाई है।
मृत्युदर में भी कमी के आसार
कोविड-19 के नोडल अफसर डा. ऋषि सहाय का कहना है कि अधिक से अधिक जांच व संक्रमितों के संपर्क में आने वाले 15 लोगों को होम आइसोलेट कराने से कोरोना पर नियंत्रण हो रहा है। यह प्रक्रिया अभी चलती रहेगी। मृत्युदर भी कम हो रही है, अस्पतालों में हर एक संक्रमित की जान बचाने का पूरा प्रयास हो रहा है।