Coronavirus का संक्रमण फिर बढ़ने की उम्मीद, इन मरीजों को बरतनी होगी अतिरिक्त सावधानी Prayagraj News
कॉल्विन अस्पताल के डॉक्टर आरएस राम डॉक्टर सूर्यकांत ओझा मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉक्टर एसपी सिंह एसीएमओ डॉक्टर ऋषि सहाय आदि कहते हैं कि कोरोना को लोग आम बीमारी समझने की भूल कर रहे हैं। जबकि इसका रूप वही है जैसा पिछले साल अप्रैल मई महीने में था।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना का डंक अब भी खतरनाक है। 15 मार्च के आसपास इसके फिर तेज होने की आशंका है। ऐसे में प्रयागराज के वरिष्ठ चिकित्सकों की राय है कि 60 साल से अधिक उम्र के लोग, बीपी, मधुमेह, हाइपर टेंशन, अस्थमा के मरीजों को इस मौसम में अपनी सेहत के प्रति लापरवाही भारी पड़ सकती है। इसलिए बचाव जरूरी है।
न मास्क है और न ही दो गज दूरी का दायरा
युवा वर्ग ही नहीं बल्कि उम्रदराज लोग भी अब मास्क के प्रति संजीदगी नहीं बरत रहे हैं। घरों में तो नियम पालन लोग भूल ही गए, कहीं बाहर निकलने पर भी कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे। डॉक्टरों का कहना है कि यही लापरवाही एक तरह से खतरे को न्योता देने जैसा है।
डॉक्टर कहते हैं कि लोग कोरोना को आम बीमारी न समझें
कॉल्विन अस्पताल के डॉक्टर आरएस राम, डॉक्टर सूर्यकांत ओझा, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉक्टर एसपी सिंह, एसीएमओ डॉक्टर ऋषि सहाय आदि कहते हैं कि कोरोना को लोग आम बीमारी समझने की भूल कर रहे हैं। जबकि इसका रूप वही है जैसा पिछले साल अप्रैल मई महीने में था।
प्रयागराज में अब भी मिल रहे कोरोना पॉजिटिव केस
कोरोना वायरस से संक्रमित प्रत्येक दिन पांच या छह नए मरीज मिल रहे हैं। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या दो से पांच हो गई है। होम आइसोलेशन में 250 से अधिक मरीज हैं। स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक दिन करीब 4000 लोगों के सैम्पल लेकर जांच करा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि कोरोना के प्रति आम जनता में जागरुकता की कमी क्यों आ रही है।
करें योग तो रहेंगे निरोग
अभी कोरोना संक्रमण काल चल रहा है। लोगों को अपना इम्युनिटी बढाने के उपाय करते रहना होगा। सुबह योग का अभ्यास करने वालों की पुरानी बीमारी नियंत्रण में रहती है। इसलिए उन पर कोरोना का ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा। वरिष्ठ चिकित्सक कहते हैं कि और भी लोगों को कम से कम एक घंटे योग करना चाहिए या 45 मिनट तेज चाल से पैदल चलना चाहिए। यही आदत बना लें तो कोरोना से काफी हद तक बचाव रहेगा।