Coronavirus ...कोविड अस्पताल के डॉक्टर चकित थे, युवक की इन बातों पर उन्हें नहीं हो रहा था यकीन
मैं कोरोना पॉजिटिव हूं मुझे भर्ती कर लीजिए सर। यह फरियाद थी कार से कोविड अस्पताल कोटवा पहुंचे एक मरीज की। वह कार से खुद पहुंचा था। रिपोर्ट देखकर डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर लिया।
प्रयागराज, [मनीष मिश्र]। स्थान कोटवा बनी कोविड अस्पताल में रात करीब 10 बजे एक कार आकर रुकती है। कार से उतरने वाला युवक हांफते हुए सीधे अस्पताल में प्रवेश करता है। डॉक्टरों व स्टॉफ ने उसे रोकने का प्रयास किया तो युवक ने जो लफ्ज बोले, सुनकर डॉक्टर और स्टॉफ दंग रह गए। युवक ने बोला... डॉक्टर साहब, मैं कोरोना पॉजिटिव हूं, प्लीज मुझे अस्पताल में भर्ती कर लीजिए। डॉक्टर आश्चर्यचकित हो गए, उन्हेंं विश्वास ही नहीं हो रहा था कि सामने खड़ा युवक कोरोना संक्रमित है। जब उसने संक्रमित होने की रिपोर्ट दिखाई तो उसे अस्पताल में भर्ती किया गया।
श्वसुर की देखभाल करने युवक जाता था अस्पताल
हुआ यूं कि मीरजापुर जनपद से एक युवक करीब 12 दिन पहले झूंसी स्थित हवेलिया आया था। उसके श्वसुर की हार्ट संबंधी बीमारी है। उनका इलाज एक निजी अस्पताल में हो था। वह देखभाल करने के लिए अस्पताल आता और जाता रहा। चार-पांच दिन पहले उसके गले में खरास होने लगी तो उसे कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका हुई। उसने एक निजी लैब से संपर्क किया तो घर पर ही उसकी सैंपलिंग हो गई।
एसआरएन में लक्षण न मिला तो लेवल 1 अस्पताल भेजा गया
शुक्रवार की रात में युवक की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। शनिवार को सीएमओ ऑफिस से उसके मोबाइल पर सूचना दी गई कि वह कोरोना पॉजिटिव है और एसआरएन अस्पताल में पहुंचकर संपर्क करे और तत्काल भर्ती हो जाए। युवक सीधे एसआरएन अस्पताल पहुंचा। उसमें किसी तरह के लक्षण न मिलने पर वहां से यह कहकर कोटवा सीएचसी भेज दिया गया है कि उसका इलाज कोविड लेवल-1 अस्पताल में होगा।
रिपोर्ट देख उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया गया
युवक पूछते-पूछते रात में तकरीबन दस बजे कार से कोटवा बनी सीएचसी पहुंचा और खुद को कोरोना संक्रमित बताते हुए डॉक्टरों से अस्पताल में भर्ती करने का अनुरोध करने लगा। डॉक्टरों ने अस्पताल के अधीक्षक को मामले से अवगत कराया, जिसके बाद उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट देखी गई फिर उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया गया।
बोले, कोटवा अस्पताल के अधीक्षक
कोटवा बनी कोविड अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अमृतलाल ने बताया कि मरीज कार से यहां आया था। रिपोर्ट देखने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है। मरीज मीरजापुर जनपद का रहने वाला है। यह पहला मामला है जब किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज ने आकर भर्ती होने की बात कही।
मरीज ने कहा, नहीं थी जानकारी
कोरोना संक्रमित मरीज ने कहा कि उसके मोबाइल पर सीएमओ आफिस से कॉल आई कि वह कोरोना पॉजिटिव है और तुरंत ही एसआरएन अस्पताल पहुंच जाए। जब एसआरएन पहुंचा तो बताया गया कि कोटवा सीएचसी जाएं। इसी के चक्कर में उसे अस्पताल पहुंचने में देरी हुई।
व्यवस्था पर सवालिया निशान भी
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आ रही है। सीएमओ आफिस को जब यह जानकारी थी कि वह युवक कोरोना पॉजिटिव है तो उसे एसआरएन अस्पताल अकेले जाने के लिए क्यों कहा गया? कोटवा भेजने के लिए आखिर एंबुलेंस उसके घर क्यों नहीं भेजी गई? इतना ही नहीं उसकी सैंपलिंग घर पर क्यों की गई? ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न उठना स्वाभाविक है।