Coronavirus Effect : खाद्य सामग्रियों के रेट स्थिर, बाजार में नहीं दिख रही ग्राहकों की भीड़ Prayagraj News
Coronavirus Effect इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी का कहना है कि दो दिनों से बिक्री घटकर करीब 50-60 फीसद तक आ गई है। ऐसा लग रहा है कि बिक्री पर कोरोना का प्रभाव पड़ रहा है।
प्रयागराज,जेएनएन। खाद्य सामग्रियों के रेट स्थिर हैं लेकिन, दो दिनों से बिक्री पर कोरोना इफेक्ट दिखाई देने लगा है। इसकी वजह से मंडी से ग्राहक अचानक गायब हो गए हैं। होली पर्व के पहले ग्राहकों की कमी से थोक कारोबारी के चेहरे पर हवाइयां उडऩे लगी हैं। बुधवार को सरसों के तेल का रेट 10 रुपये घटकर 2190 और रिफाइंड का दाम 2115 रुपये टिन हो गया था। पिछले शुक्रवार को पॉमोलीन के दाम में 10 रुपये टिन की गिरावट हुई थी, जिससे रेट कम होकर 2120-2130 रुपये टिन हो गया था।
सरसों के तेल और रिफाइंड के दाम में आई कमी
पिछले शनिवार को सरसों के तेल, रिफाइंड के साथ ही पॉमोलिन के दामों में और कमी हो गई थी। सरसों के तेल का थोक रेट करीब 70-80 रुपये घटकर 2200 रुपये टिन, रिफाइंड लगभग 25 रुपये गिरकर 2125 और पॉमोलीन का रेट 50 रुपये घटकर 2050 रुपये टिन हो गया था। इधर रेट घटने से फुटकर में सरसों के तेल का दाम 140 से 150 रुपये किलो, रिफाइंड 130 से 135 लीटर और पामोलीन 120 से 125 रुपये किलो हो गया। अगर एक पखवारा पहले के रेट पर गौर करें तो सरसों के तेल का दाम चढ़कर 2270-2280 रुपये 15 किलो टिन और रिफाइंड का दाम बढ़कर 2150 रुपये 15 लीटर का टिन हो गया था। पॉमोलीन का दाम भी 2130-2140 रुपये 15 किलो का टिन हो गया था। इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी का कहना है कि दो दिनों से बिक्री घटकर करीब 50-60 फीसद तक आ गई है। ऐसा लग रहा है कि बिक्री पर कोरोना का प्रभाव पड़ रहा है।