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Coronavirus Effect on Auspicious Work: कोविड से बचने के लिए अब निमंत्रण कार्ड की जगह डिजिटल कार्ड का है चलन

Coronavirus Effect on Auspicious Work कोरोना संक्रमण काल में शादी समारोह में निमंत्रण कार्ड की जगह डिजिटल कार्ड ने ले ली है। यह कोविड गाइडलाइन के पालन करने के लिए किया गया है। वहीं रिश्‍तेदार और परिचित भी वर्चुअल आशीर्वाद वर-वधू को दे रहे हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 29 Apr 2021 09:09 AM (IST)Updated: Thu, 29 Apr 2021 09:09 AM (IST)
Coronavirus Effect on Auspicious Work: कोविड से बचने के लिए अब निमंत्रण कार्ड की जगह डिजिटल कार्ड का है चलन
कोरोना वायरस संक्रमण काल में वैवाहिक समारोह में अब डिजीटल निमंत्रण भेजा जा रहा है।

प्रयागराज, [अतुल यादव]। कोरोना वायरस की दूसरी लहर में संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही है। कोविड-19 की वजह से पिछले कुछ माह से शादी-विवाह समेत अन्य मांगलिक कार्य रुके पड़े थे। अब सरकार की गाइडलाइन के साथ मांगलिक कार्य भी शुरू हो गए हैं। हालांकि कोरोना गाइडलाइन के पालन के कारण वैवाहिक समारोह में खास मेहमानों को ही बुलाया जा रहा है। ऐसा इसलिस क्योंकि सीमित लोगों के शामिल होने की ही अनुमति है। इससे निमंत्रण कार्ड का भी चलन कम हो गया है। इसके स्‍थान पर डिजिटल कार्ड ने ले लिया है।

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इंटरनेट मीडिया बना डिजिटल कार्ड भेजने का माध्‍यम

जी हां, कोरोना संक्रमण काल में अब निमंत्रण कार्ड की जगह डिजिटल कार्ड ने ले ली है। इससे मेहमान तक निमंत्रण पहुंचने पर संक्रमण फैलने का खतरा नहीं होता है। बस एक क्लिक पर कितनी भी दूर रहने वाले अपने मित्रों और रिश्तेदारों को शादी के लिए आमंत्रित किया जा सकता है। डिजिटल कार्ड भेजने के लिए इंटरनेट मीडिया का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। व्हाट्सएप या फेसबुक के माध्यम से कुछ सेकेंड में आप अपने परिवार और शुभचिंतकों को भेज सकते हैं। वहीं, वर्चुअली शगुन भेजने का भी दौर शुरू हो गया है। चित्रकूट के अंकित सिंह की शादी 30 अप्रैल को लूकरगंज स्थित श्री सांई विला में होगी। इसके लिए देहरादून से चंद्र प्रकाश पांडेय, प्रताप सिंह, विजय जोशी व अमन बघेल ने अपने मित्र अंकित की शादी के लिए वर्चुअली शगुन भेजा है। 

डिजिटल कार्ड की मांग बढ़ी

डिजिटल कार्ड बनाने वाले बताते हैं कि डिजिटल कार्ड की मांग बढ़ी है। यह कार्ड तीन फॉर्मेट में बनाए जा रहे हैं। इसमें टेक्सट (केवल शब्द), दूल्हा-दुल्हन की तस्वीर वाले डिजीटल कार्ड बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा वीडियो क्लिप के जरिए भी निमंत्रण भेजा जा रहा है। वहीं, डिजिटल कार्ड बनाने वाले रचित का दावा है कि अभी तक करीब 500 आर्डर पर काम कर चुके हैं। डिजिटल कार्ड बनाने में समय का भी ख्याल रखा जाता है एक मिनट से 35 सेकंड तक के डिजिटल कार्ड बनाए जाते हैं, जिससे इस कार्ड को अपलोड करने में दिक्कत न हो। तत्काल डाउनलोड भी आसानी से किया जा सके।


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