Coronavirus Effect in Prayagraj :1,220 रुपये की Fabiflu Tablet अब बिक रही तीन हजार रुपये में, जमाखोर काट रहे चांदी
Coronavirus Effect in Prayagraj दवा कारोबार से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि फेबीफ्लूट टैबलेट की ज्यादा डिमांड है। दवा लेने पहुंचे लोगों को पहले मना कर दिया जाता है। फिर कहते है कि वह मंगवा सकते हैं लेकिन दो से तीन गुना तक का मूल्य चुकाना पड़ेगा।
प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना संक्रमण ने जहां लोगों की जान सांसत में डाले है, वहीं तमाम लोग जरूरी दवाओं की जमाखोरी और कालाबाजारी कर चांदी काट रहे हैं। कोरोना के इलाज में सहायक इंजेक्शन रेमडेसिविर की तरह फेबीफ्लू टैबलेट भी महंगे दाम पर बेची जा रही है। 400 एमजी के 10 गोली वाले फेबीफ्लू टैबलेट की वास्तविक कीमत 1,220 रुपये, लेकिन इसे दो से तीन हजार रुपये में बेचा जा रहा है। उधर, जिला पुलिस मास्क न लगाने और शारीरिक दूरी का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई तक ही सीमित है।
पुलिस और औषधि विभाग की चुप्पी मरीजों के तीमारादरों को पड़ रही भारी
दवा कारोबार से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि फेबीफ्लूट टैबलेट अलग-अलग एमजी में आती है और सभी के मूल्य भी अलग हैं। मगर ज्यादा डिमांड 400 एमजी की है। मेडिकल स्टोर पर अगर कोई शख्स इस टैबलेट को खरीदने के लिए पहुंचता है तो पहले उससे कहा जाता है कि यह अभी उपलब्ध नहीं है। जब तीमारदार किसी और जगह पर मिलने की जानकारी चाहता है तो उसे बताया जाता है कि वह मंगवा सकते हैं, लेकिन उसके लिए दो से तीन गुना तक का मूल्य चुकाना पड़ेगा। मजबूरी में व्यक्ति टैबलेट मुंहमांगी कीमत देकर खरीदता है। हैरत की बात यह है कि पुलिस और औषधि विभाग से जुड़े अधिकारी इस मामले में पूरी तरह से खामोश हैं और दवा व इंजेक्शन की कालाबाजारी से अंजान हैं। स्पेशल टॉस्क फोर्स भी ऐसे रैकेट की जानकारी जुटाने और भंडाफोड़ करने का दावा कर रही है।
लिखित शिकायत नहीं मिली है, फिर भी टीमें धरपकड़ में लगी हैं
एसपी क्राइम आशुतोष मिश्र का कहना है कि इस तरह की कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है, लेकिन टीम को लगाया गया है। जानकारी मिलने पर ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।