Coronavirus Effect on Railway : ऑनलाइन बोले डीआरएम- माल लदान के लिए रेलवे ने लिए हैं कई निर्णय Prayagraj News
Coronavirus Effect on Railway डीआरएम ने ऑनलाइन प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि व्यापारियों की सुविधा के लिए कई निर्णय भी लिए गए हैं। इससे व्यापारियों को सुविधा मिली है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण काल में यात्री ट्रेनों का संचालन स्पेशल ट्रेनों के रूप में किया जा रहा है। यात्री ट्रेनों की संख्या भी सीमित है। ऐसी दशा में रेलवे ने माल लदान को प्राथमिकता दी है। व्यापारियों की सुविधा के लिए कई निर्णय भी लिए गए हैं। इससे व्यापारियों को माल मंगाने और भेजने में काफी सुविधा हुई है। माल गाड़ियों की गति में भी पहले से बहुत सुधार हुआ है। गुड्स ट्रेनों की रफ्तार भी करीब दोगुनी हो गई है। यह जानकारी शुक्रवार को ऑनलाइन प्रेस वार्ता में मंडल रेल प्रबंधक अमिताभ ने दी।
सीनियर डीसीएम अंशु पांडे ने कहा-व्यावसायिक विकास इकाई का गठन
डीआरएम के पहले प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सीनियर डीसीएम अंशु पांडे ने बताया कि व्यावसायिक विकास इकाई का गठन किया गया है। इस इकाई का गठन जोनल और मंडल अध्यक्ष पर हुआ है। उन्होंने बताया कि रेलवे ने बिजी सीजन सर चार्ज को वापस ले लिया है। फ्लाई एस को प्रमोट करने के लिए 40 फीसद की छूट दी जा रही है। अब किसी भी टर्मिनल पर कोई ग्राहक अपना माल भेज सकता है। व्यस्त रूटों पर उसे टर्मिनल चार्ज नहीं देना होगा। टर्मिनल चार्ज 20 रुपये प्रति टन लगता था। रेलवे बोर्ड ने को यूजर लिमिट को भी हटा दिया है। यह लिमिट टीन थी।
छिवकी जंक्शन पर 24 अगस्त को खोल दिया गया है
प्रयागराज छिवकी जंक्शन पर पार्सल यातायात खोलने की मांग थी, जो 24 अगस्त को खोल दिया गया। इससे दक्षिण भारत में माल भेजने के लिए बहुत सुविधा होगी। उन्होंने 139 हेल्पलाइन नंबर से पार्सल और माल यातायात को भी कनेक्ट कर देने की जानकारी दी। वहीं, डीआरएम ने मुंबई रूट पर वेटिंग लिस्ट बढ़ने के कारण कुछ ट्रेनों को चलाने के सवाल पर कहा, कि महाराष्ट्र और प्रदेश सरकार की रेलवे बोर्ड के जरिए इस मसले पर बातचीत चल रही है।
कानपुर में रेलवे ट्रैक के किनारे झुग्गी झोपड़ी हटाने का मामला
कानपुर में रेलवे ट्रैक के किनारे झुग्गी झोपड़ी हटाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार और लोकल प्रशासन के सहयोग से इसे हटाया जाएगा। हालांकि कोरोना काल में कार्रवाई करना उचित नहीं होगा। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भविष्य में रेलवे बोर्ड नई ट्रेनें चला सकता है, नया स्टॉपेज हो सकता है और नई लाइन भी बिछ सकती है।