Corona virus Vaccination in Prayagraj : आज से दूसरा चरण, 5600 फ्रंट लाइन वर्कर को लगेंगे टीके
कोरोना वैक्सीन का प्रथम चरण पूरा होने के बाद पांच फरवरी से शुरू हो रहा दूसरा चरण महत्वपूर्ण है। क्योंकि दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर को टीके लगाए जाने हैं। इसमें मंडलायुक्त से लेकर लेखपाल तक व पुलिस के शीर्ष अफसरों से लेकर होमगार्ड तक शामिल किए गए हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वैक्सीन का प्रथम चरण पूरा होने के बाद पांच फरवरी से शुरू हो रहा दूसरा चरण फिर महत्वपूर्ण है। क्योंकि दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर को टीके लगाए जाने हैं और इसमें मंडलायुक्त से लेकर लेखपाल तक व पुलिस के शीर्ष अफसरों से लेकर होमगार्ड तक शामिल किए गए हैं। विभाग ने पहले दिन करीब 2300 फ्रंट लाइन वर्कर तथा इनके साथ ही 33 सौ से अधिक हेल्थ केयर वर्करों को टीके लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में 23000 फ्रंट लाइन वर्करों का रजिस्टे्रशन किया है। पहले दिन शासन के निर्देश पर इनमें 10 फीसद यानी 2300 लोगों को टीके लगाए जाएंगे। जबकि 22, 28, 29, तथा चार फरवरी तक जो हेल्थ केयर वर्कर टीके नहीं लगवा सके हैं उन्हें एक और मौका देते हुए इस दूसरे चरण के पहले दिन शामिल कर लिया गया है। सीएमओ डा. प्रभाकर राय ने बताया कि दूसरे चरण के लिए शुक्रवार को 38 अस्पतालों में 53 सत्र निर्धारित किए गए हैं।
टीके लगवाने से फिर गायब रहे 29 फीसद स्वास्थ्यकर्मी
नोडल अधिकारी में हुए बदलाव के बावजूद कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण गुरुवार को पुराने ढर्रे पर चला। टीके लगवाने में रुचि लेने की बजाए 29 फीसद स्वास्थ्यकर्मी केंद्रों पर नहीं पहुंचे। कुल पंजीकृत 9545 कोरोना वॉरियर्स की अपेक्षा 6751 (70.73 फीसद) ही टीके लगवाने पहुंचे। अस्पतालों में नियम पहले की तरह टूटते दिखे। प्रथम चरण में बचे हुए कोरोना वॉरियर्स को एक और मौका देते हुए पांच फरवरी को टीके लगवाने के लिए शामिल किया जाएगा।
पंजीकृत थे 9545 स्वास्थ्यकर्मी, 6751 ने ही लगवाए टीके
गुरुवार को जिले के चयनित 44 अस्पतालों में 82 सत्रों में टीके लगाए जाने की शुरुआत होनी थी लेकिन, गंगापार और यमुनापार की आधा दर्जन सीएचसी पर टीकाकरण कार्यक्रम देर से शुरू हुआ। लक्ष्य अधिक होने के कारण प्रत्येक केंद्र के सत्र में निर्धारित अधिकतम 100 लाभार्थियों की अपेक्षा यह संख्या भी बढ़ाई गई। इसके बावजूद शाम छह बजे तक करीब 71 फीसद लोग ही टीके लगवाने पहुंचे।
वेटिंग लांज बेमतलब
काल्विन व एसआरएन के टीकाकरण केंद्र में बनाए गए वेटिंग लांज में नियम कई बार टूटे। कुछ लाभार्थी तो वेटिंग लांज में कुछ देर बैठे बिना ही जल्दबाजी में टीका लगवाने पहुंच गए। जबकि वहां पहले से किसी दूसरे लाभार्थी को टीका लगाया जा रहा था।