Move to Jagran APP

माघ मेला 2022 पर कोरोना संकट : प्रयागराज में संत पंगत से करेंगे परहेज, पैकिंग से होगा भंडारा

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ संत महात्‍माओं ने भीड़ एकत्र करके भंडारा नहीं करेंगे बल्कि पैकेट में भोजन वितरित करेंगे। संतों व श्रद्धालुओं को पूड़ी-सब्जी खीर पैक करके दी जाएगी जिसे वे कहीं दूर ले जाकर उसे खाएंगे। भंडारा चलाने वालों ने इसकी तैयारी की है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 07 Jan 2022 09:19 AM (IST)Updated: Fri, 07 Jan 2022 09:19 AM (IST)
माघ मेला 2022 पर कोरोना संकट : प्रयागराज में संत पंगत से करेंगे परहेज, पैकिंग से होगा भंडारा
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए संत-महात्‍मा एहतियात बरतेंगे और कोविड गाइडलाइन का पालन करेंगे।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर तेज होने लगा है। ऐसे में इसी जनवरी माह से प्रयागराज माघ मेला 2022 भी शुरू हो रहा है। ऐसे में माघ मेला में कोरोना का संकट मंडराने लगा है। इसके मद्देनजर साधु-संत ने भी भी कोरोना से निपटने के लिए अपनी तरफ से तैयारी कर रखी है। आयोजन तो किया जाएगा लेकिन इसमें कोविड-19 गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। भीड़ नहीं जुटने देने का निर्णय लिया गया है।

loksabha election banner

खुले में बैठकर नहीं होगा भंडारा, पैकेट में वितरित होगा खाना

कोरोना के कहर ने इंसान को मास्क लगाने, शारीरिक दूरी मानक का पालन करने व संयमित खान-पान को मजबूर किया है। कोरोना के कहर का असर इस बार माघ मेला में नजर आएगा। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ संतों ने खुले में भीड़ एकत्र करके भंडारा चलाने के बजाय पैकेट बनाकर वितरित करने का निर्णय लिया है। संतों व श्रद्धालुओं को पूड़ी-सब्जी, खीर पैक करके दी जाएगी, जिससे वे कहीं दूर ले जाकर उसे खा सकें। भंडारा चलाने वालों ने इसकी तैयारी की है।

माघ मेला में संतों के शिविर में हजारों की भीड़ जुटती रही है

माघ मेला क्षेत्र में संतों के शिविर में सुबह व शाम को भंडारा चलता है। सुबह चाय, पकौड़ी, दूध वितरित किया जाता है। दोपहर में भोजन व शाम को भोजन वितरित होता है। दंडी स्वामी नगर में अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के अध्यक्ष स्वामी ब्रह्माश्रम, ओम नम: शिवाय संस्थान, आचार्य नगर में जगद्गुरु घनश्यामाचार्य, स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य, खाकचौक में जगद्गुरु बिनैका बाबा, देवरहा बालक बाबा, स्वामी रामथीर्थ दास, काली सड़क पर परमहंस जी महाराज के शिविर में चलने वाले भंडारा में प्रसाद ग्रहण करने के लिए हजारों लोगों की भीड़ जुटती है। अभी तक सभी पंगत में बैठकर प्रसाद ग्रहण करते थे, लेकिन कोरोना को देखते हुए व्यवस्था में बदलाव किया गया है।

शुद्धता कर रखेंगे ख्याल : प्रभुजी

ओम नम: शिवाय संस्थान के संस्थापक प्रभु जी का कहना है कि पैकिंग से प्रसाद वितरित करने पर भीड़ एकत्र नहीं होगी। इसमें शुद्धता का ध्यान रखा जाएगा।

स्थिति के अनुरूप हुआ निर्णय : ब्रह्माश्रम

स्वामी ब्रह्माश्रम के अनुसार कोरोना का कहर निरंतर बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में भीड़ एकत्र करना अनुचित है। भंडारा की परंपरा का निर्वाहन करने के लिए खाने की सामग्री पैक करके वितरित की जाएगी। स्वामी रामतीर्थ दास कहते हैं कि पंगत में बैठाकर भोजन कराने से कोरोना फैलने का खतरा रहेगा। इसी कारण पूड़ी-सब्जी पैक करके दी जाएगी।

शारीरिक दूरी का होगा पालन : मार्कंडेय सिंह

देवरहा बालक बाबा शिविर के संचालक मार्कंडेय सिंह मुन्‍ना कहते हैं कि शिविर में कोविड-19 नियम का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। हर्षचैतन्य ब्रह्मचारी कहते हैं कि अधिकतर संतों व श्रद्धालुओं को प्रसाद पैक करके दिया जाएगा। वहीं, प्रमुख अवसरों पर लगने वाली पंगत में दो गज की दूरी मानक का पालन कराया जाएगा।

पालीथिन का नहीं हो प्रयोग

संतों के शिविर में पैकिंग में पालीथिन का प्रयोग नहीं होगा। पूड़ी, रोटी, चावल कागज अथवा कपड़ा के थैला में दिया जाएगा, जबकि दाल, सब्जी व खीर दोना में देंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.