Corona Fighters: प्रयागराज में वाणिज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर ने सुनहरी यादों के सहारे संक्रमण को दी मात
Corona Fighters दो अप्रैल को डिप्टी कमिश्नर और 11 साल के उनके बड़े बेटे भी संक्रमित हो गए। छोटे बेटे की रिपोर्ट निगेटिव होने पर उसे ननिहाल भेजकर दोनों लोग होम आइसोलेट हो गए। डॉक्टर की सलाह पर दवा लेते रहे। काढ़ा पीते रहे और प्राणायाम करते रहे।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना की बीमारी में डॉक्टरों की सलाह पर इलाज और देसी नुस्खे काढ़ा, भाप, गर्म पानी एवं व्यायाम कारगर है। इसके साथ ही दृढ़ इच्छा शक्ति, बुलंद हौसले के साथ ही अच्छी यादों का सहारा भी इस महामारी से जल्द निजात पाने के लिए बहुत फायदेमंद है। वाणिज्यकर विभाग में डिप्टी कमिश्नर (प्रशासन) अरुण कुमार गौतम ने भी इसी पर अमल करते हुए पत्नी और बड़े बेटे के साथ कोरोना को मात दी।
पहले पत्नी हुईं संक्रमित
पत्नी सरोज सिंह वाणिज्यकर अधिकारी हैं, वह 31 मार्च को कोरोना पॉजिटिव हुईं। आक्सीजन लेवल 70 होने के कारण सांस लेने में उन्हें दिक्कत होने लगी। इसकी वजह से उन्हें छह दिन एसआरएन अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। निगेटिव होकर घर लौटने पर फेफड़ों के संक्रमण का इलाज कराना पड़ा। दो अप्रैल को डिप्टी कमिश्नर और 11 साल के उनके बड़े बेटे भी संक्रमित हो गए। छोटे बेटे की रिपोर्ट निगेटिव होने पर उसे ननिहाल भेजकर दोनों लोग होम आइसोलेट हो गए। डॉक्टर की सलाह पर दवा लेते रहे। काढ़ा पीते रहे और प्राणायाम करते रहे।
रिपोर्ट आ चुकी है निगेटिव तो रहें ज्यादा सावधान
एसीएमओ डॉ अनिल संथानी का कहना है कि कोविड होने के बाद रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है उनके लिए समय अब चुनौतीपूर्ण है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद से 15-20 दिनों तक दूसरी बीमारियों के घेरने की संभावना अधिक रहती है। वजह है कि कोरोना संक्रमण के दौरान आक्सीजन व स्टेरायड से इम्युनिटी कमजोर हो जाती है। इससे विभिन्न बीमारियां पनपती हैं। कई लोगों की तो कोविड रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद हार्ट अटैक से जान चली गई। इसलिए कोविड से ठीक हो चुके लोग किसी योग्य डाक्टर से संपर्क में जरूर रहें। मास्क लगाना तो बिलकुल न छोड़ें। कुछ दिन तक तो पौष्टिक चीजें ही लेते रहें। घर में कोई बीमार है तो उसे एक कमरे में आइसोलेट कर दें और तबीयत ज्यादा बिगड़ रही है तो कोविड टेस्ट कराकर फौरन डाक्टर को बताएं।