Corona Fighters: प्रयागराज में 98 साल की राजदेवी ने गुनगुनाते हुए संक्रमण को दी मात, अस्पताल में दूसरे मरीजों का बढ़ाया मनोबल
Corona Fighters घर वालों को लगा था कि अब बचना मुश्किल है। लेकिन 18 मई को पांचवें टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव आ गई। उनका आक्सीजन लेवल 96 जा पहुंचा। भर्ती होने के दिन आक्सीजन लेवल 80 था। भर्ती रहने के दौरान वे गंवई भाषा में गाना गाती थीं।
प्रयागराज,जेएनएन। फेफड़े को स्पंज से पत्थर बनाकर युवाओं तक की जान लेने वाला कोरोना आखिर 98 साल की राजदेवी से हार गया। इसकी वजह यह नहीं कि विधि ने उनकी लंबी उम्र लिख रखी है बल्कि इसलिए क्योंकि उनमें गाना गाते-गाते बीमारी को पटखनी देने का हौसला है। केंद्रीय रेलवे अस्पताल से जब राजदेवी 20 मई को घर जाने लगीं तो डाक्टरों ने भी उनके जज्बे को सलाम किया।
घरवालों ने बताया नहीं था कि हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण
सोरांव तहसील के कल्याणपुर पोस्ट अंतर्गत ग्राम हनुमानगंज निवासी राजदेवी को आठ मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पौत्र सत्यम मिश्रा कहते हैं कि दादी को यह नहीं बताया था कि उन्हें कोरोना संक्रमण हो गया है। अस्पताल में उनका चार बार कोविड टेस्ट हुआ जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई। घर वालों को लगा था कि अब बचना मुश्किल है। लेकिन 18 मई को पांचवें टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव आ गई। उनका आक्सीजन लेवल 96 जा पहुंचा। भर्ती होने के दिन आक्सीजन लेवल 80 था।
अस्पताल में गुनगुनाती रही गाना, दूसरों मरीजों को भी बढ़ाती रहीं हौसला
सत्यम मिश्रा कहते हैं कि दादी को शुरू में निमोनिया के लक्षण थे। भर्ती रहने के दौरान वे गंवई भाषा में गाना गाती मिलती थीं। आसपास बेड पर भर्ती मरीजों को भी हौसला देती रहती थीं। कहा कि दादी ने हौसले से कोरोना को हरा दिया। उनका घर लौटकर आना हम सभी के लिए चमत्कार है।