माघ मेला-2020 : माघ मेले में गुड़ और तिल से बने पदार्थ कल्पवासियों के लिए लाभकारी Prayagraj News
कल्पवासियों के खान-पान के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कल्पवासी सुबह नाश्ता शीघ्र एवं अवश्य करें। भोजन में गेहूं चना मूंग उड़द बाजरा आदि से बने भोज्य पदार्थ लें।
प्रयागराज, जेएनएन। माघ मेला क्षेत्र में बड़ी संख्या में कल्पवासी पहुंच चुके हैं। इस ठंड में उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा। थोड़ी सी भी लापरवाही उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। यह बातें विश्व आयुर्वेद परिषद के काशी प्रांत के अध्यक्ष डॉ. पीएस पांडेय ने मेला क्षेत्र में आयोजित विश्व मंगल दिवस पर कही।
सुबह का नाश्ता है जरूरी
डॉ. पांडेय ने कल्पवासियों के खान-पान के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कल्पवासी सुबह नाश्ता शीघ्र एवं अवश्य करें। भोजन में गेहूं, चना, मूंग, उड़द, बाजरा आदि से बने भोज्य पदार्थ लें। तिल गुड़ से बने पदार्थ शक्ति प्रदान करते हैं। दूध, शहद, सूखे मेवे, देशी घी, गाजर, चुकंदर, गन्ना, मूली, टमाटर आदि लाभकारी है। शरीर की शक्ति के अनुरूप व्यायाम एवं योगासन करें। अधिक कोहरा एवं शीत में न टहलें।
रजाई एवं कंबल से निकलकर तुरंत खुले में न जाएं
रजाई एवं कंबल से निकलकर तुरंत ही खुले में न जाएं। धूप का सेवन लाभकारी है। उन्होंने मकर संक्रांति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस समय सूर्य धनु राशि छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है, जिससे जीवों में नए ऊर्जा का संचार होता है। अध्यक्षता एसएस उपाध्याय व संचालन डॉ. एमडी दुबे ने किया। इस मौके पर डॉ. वीएस रघुवंशी, डॉ. शंकर मिश्र, डॉ. एससी दुबे, डॉ. ममता मिश्रा, डॉ. शिशिर उपाध्याय आदि मौजूद रहे।