गलत बिजली बिल आने और बकाया जमा करने के बाद भी दिया जा रहा नोटिस, प्रयागराज में परेशान हैं लोग
जनवरी माह जैसे ही शुरू हुआ लोगों के घर पर राजस्व विभाग की तरफ से नोटिस पहुंचने लगी। निहालपुर की रहने वाली कैसरी बेगम के घर एक लाख 74 हजार के बकाए की नोटिस राजस्व विभाग की ओर से पहुंची जबकि उन्होंने पूरा बकाया जमा कर दिया था।
प्रयागराज, जेएनएन। बिजली विभाग की लापरवाही का खामियाजा आम उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। गलत बिल आने और बकाया जमा करने के बाद भी नोटिस जारी कर दी जा रही है। इतना ही नहीं, उपभोक्ता जब पूरे कागजात लेकर अधिकारियों के कार्यालय पर पहुंचते हैं तो उन्हें एक से दूसरे कार्यालय तक का चक्कर कटवाया जाता है।
अधिकारियों के पास चक्कर काटते-काटते उपभोक्ता हो रहे परेशान
जनवरी माह जैसे ही शुरू हुआ लोगों के घर पर राजस्व विभाग की तरफ से नोटिस पहुंचने लगी। निहालपुर की रहने वाली कैसरी बेगम के घर एक लाख 74 हजार के बकाए की नोटिस राजस्व विभाग की ओर से पहुंची तो वह दंग रह गईं। जबकि उन्होंने पिछले वर्ष नवंबर माह में ही पूरा बकाया जमा कर दिया था। इसके बाद उनके यहां जो नया बिजली का बिल आया, उसका भी भुगतान कर दिया, बावजूद इसके उनके यहां बकाए की नोटिस आ गई है। इसी प्रकार करेली के रहने वाले शाहिद के घर भी करीब 80 हजार बकाए की नोटिस आई है। इन्होंने भी दिसंबर के शुरुआती सप्ताह में भुगतान कर दिया था। वहीं, गलत बिल आने से भी लोग परेशान हैं। मीरापुर के रहने वाले सुजीत कुमार के यहां पुराना मीटर लगा है। रीडर ने 145 यूनिट का बिजली के बिल को 1455 यूनिट का निकाल दिया। उस समय सुजीत के घरवालों ने ध्यान नहीं दिया, लेकिन बाद में उनकी नजर पड़ी तो वह भारी भरकम बिल देखकर दंग रह गए। अल्लापुर के आरके श्रीवास्तव के साथ भी ऐसा ही हुआ है। रीडर की गलती की वजह से इनका करीब दो हजार यूनिट का गलत बिल आ गया है। इसी प्रकार कई और उपभोक्ता हैं, जो विभाग की गलती का खामियाजा भुगत रहे हैं। पूरे कागजात के साथ ये चार-पांच दिन से बिजली विभाग के एक से दूसरे अधिकारी के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं।
मुख्य अभियंता का है कहना
बकाए का भुगतान करने के बाद अगर नोटिस दिया गया है तो यह गलत है। उपकेंद्र पर जाकर उपखंड अधिकारी को कागजात दिखाने पर इसे ठीक कर दिया जाएगा। रीडर द्वारा गलत रीडिंग पर बनाए गए बिल की दोबारा रीडिंग कर नए सिरे से बिल बनवाया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे। उपभोक्ताओं को इधर-उधर दौड़ाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
ओपी यादव, मुख्य अभियंता