बिजली विभाग ने की इस एक गलती का खामियाजा भुगत रहे हैं प्रयागराज के उपभोक्ता
कसारी-मसारी के अब्दुल जुनैद का अरोप है कि बिल करीब चार हजार भेजा गया है। रीडिंग भी करीब पांच सौ दर्शायी गई है। जबकि उनका हर माह डेढ़ हजार रुपये का बिल आता था। तेलियरगंज निवासी रेखा कई दिनों से परेशान हैं।
प्रयागराज,जेएनएन। बिजली विभाग की गलती का खामियाजा आम उपभोक्ता भुगत रहा है। मीटर रीडिंग के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। बिना रीडिंग के लोगों के घरों पर बिल भेज दिया जा रहा है, इससे लोग परेशान हैं।
शहर के शिवकुटी, राजापुर, ऊंचवागढ़ी, कसारी-मसारी, चकिया, नीवां, मेंहदौरी कालोनी, नीमसराय, अटाला समेत कई मुहल्लों में रीडर शत प्रतिशत घरों की रीडिंग नहीं कर रहे हैं। कसारी-मसारी के अब्दुल जुनैद का अरोप है कि बिल करीब चार हजार भेजा गया है। रीडिंग भी करीब पांच सौ दर्शायी गई है। जबकि, उनका हर माह डेढ़ हजार रुपये का बिल आता था। तेलियरगंज निवासी रेखा कई दिनों से परेशान हैं। इनका आरोप है गलत रीडिंग का बिल आ गया है। इसी प्रकार सैकड़ों उपभोक्ता हैं, जो इस परेशानी को झेल रहे हैं।
- ग्रामीण इलाकों में हालात बद से बदतर
कौड़हिार के सुरेश कुमार का बिल 34 हजार भेजा गया है। छह माह पहले इनके यहां कनेक्शन हुआ है। वह अधिकारियों से शिकायत किए तो कहा गया कि मीटर की वीडियो और फोटो ले आइए।
मुख्य अभियंता बोले, अफसरों से होगा जवाब तलब
मुख्य अभियंता विनोद गंगवार ने बताया कि रीडरों को सख्त निर्देश दिया गया है कि वे घर-घर जाकर रीडिंग लें, ताकि उपभोक्ता को सही बिल मिल सके। अगर इसमें गड़बड़ी बरती जा रही है तो संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब होगा। गलत तरीके से आए बिजली के बिलों को प्राथमिकता के तहत सही कराया जाएगा।