यमुनापार में तीन आरओबी का निर्माण होगा तो रेलवे क्रासिंग पर जाम नहीं लगेगा Prayagraj News
मीरजापुर-सिरसा भीरपुर-मेजा और करछना-भीरपुर के बीच रेलवे क्रासिंग होने के कारण यहां अक्सर जाम लग जाता है। रेलवे माल गाडिय़ों के संचालन के लिए अलग से कॉरीडोर बना रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन । यमुनापार की बड़ी आबादी को आवागमन में जल्द ही विशेष सुविधा मिलने वाली है। दिघिया, भीरपुर और पचदेवरा रेलवे क्रासिंग पर लगने वाले जाम से लोगों को राहत देने के लिए 15 दिसंबर से रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण कार्य शुरू होगा। उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम एक साल में 129 करोड़ से तीनों पुल का निर्माण करवाएगा।
दिघिया, भीरपुर और पचदेवरा में बनेगा आरओबी
मीरजापुर-सिरसा, भीरपुर-मेजा और करछना-भीरपुर के बीच रेलवे क्रासिंग होने के कारण यहां अक्सर जाम लग जाता है। रेलवे माल गाडिय़ों के संचालन के लिए अलग से कॉरीडोर बना रहा है। इसके बाद दिघिया, भीरपुर और पचदेवरा रेलवे क्रासिंग पर परेशानी और बढ़ जाएगी। लोगों की सहूलियत के लिए यहां पर तीन रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
दिघिया में कुल 771 मीटर लंबा आरओबी बनेगा
दिघिया में कुल 771 मीटर लंबा आरओबी बनेगा। इस पर 42 करोड़ 41 लाख रुपये खर्च होंगे। भीरपुर में 856 मीटर लंबा आरओबी 45 करोड़ 50 लाख की लागत से बनाया जाएगा। पचदेवरा में 715 मीटर पुल बनाने पर 41 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम प्रयागराज के मुख्य परियोजना प्रबंधक आरके सिंह का कहना है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में तीनों पुल के निर्माण के लिए शासनादेश जारी हो जाएगा। 15 दिसंबर से आरओबी का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। एक साल में तीनों पुल तैयार हो जाएंगे। पुल के बगल से एप्रोच रोड बनाने के लिए जिला प्रशासन से जमीन मांगी गई है। संभावना है कि जल्द ही वह जमीन भी मिल जाएगी।