इंदिरा गांधी के बलिदान दिवस पर कांग्रेसियों में झड़प
जावेद उर्फी ने बताया कि परवेज अहमद ने उनसे अभद्रता की जिसका उन्होंने विरोध किया था।
प्रयागराज : पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न इंदिरा गाधी के 34वें बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करने आनंद भवन पहुंचे कांग्रेसी आपस में ही भिड़ गए। बात इतनी बढ़ी कि नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। हंगामा बढ़ते देख वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने दोनों पक्षों को अलग-अलग किया।
शहर कांग्रेस कमेटी ने आनंद भवन में इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय सुबह नौ बजे रखा था, जबकि जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से यह समय सुबह 10 बजे रखा गया था। सुबह नौ बजे शहर काग्रेस अध्यक्ष नफीस अनवर, एआइसीसी सदस्य शेखर बहुगुणा, प्रदेश महासचिव मुकुंद तिवारी, हसीब अहमद, जावेद उर्फी आदि आनंद भवन पहुंच गए। श्रद्धांजलि देने के बाद सभी वहां से चले गए। केवल जावेद उर्फी आनंद भवन के बाहर ही रुक गए। कुछ अन्य काग्रेसी भी सुबह 10:30 बजे आनंद भवन पर पहुंचे। इनमें किशोर वाष्र्णेय, हरिकेश त्रिपाठी, मो. असलम, परवेज सिद्दीकी आदि शामिल थे। वे इंदिरा जी को श्रद्धांजलि अर्पित ही कर रहे थे कि तभी जावेद उर्फी फिर से वहां आ पहुंचे। उनको देखते ही कुछ लोगों ने कमेंट करना शुरू कर दिया। कुछ ने उन्हें चले जाने को कहा। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में बहस होने लगी। बात बढ़ी तो नौबत हाथापाई तक जा पहुंची। यह देख सुरक्षाकर्मियों ने दोनों पक्षों को समझाकर अलग किया। मामले में प्रदेश कार्य समिति के सदस्य किशोर वाष्र्णेय का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं थी। बस समय को लेकर थोड़ा भ्रम हो गया था। वहीं जावेद उर्फी ने बताया कि परवेज अहमद ने उनसे अभद्रता की जिसका उन्होंने विरोध किया था। इंदिरा की प्रतिमा को दूध से नहलाया, दी श्रद्धांजलि :
सर्किट हाउस चौराहे पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा को काग्रेसियों ने दूध से नहलाया और श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस प्रोजेक्ट शक्ति के नेता अनिल चौधरी ने इंदिरा गांधी के देश को दिए गए योगदान की चर्चा की और उन्हें महान नेता बताया। कार्यक्रम में इरफानुल हक, हरिमोहन मिश्रा, अनुपम विश्वकर्मा, तालिब अहमद, करीम उल्ला, रामजी यादव, लालबाबू आदि शामिल रहे।