केपी ट्रस्ट की बैठक में हंगामा, दो पक्षों में तकरार
विरोध करने वाले सदस्यों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर असामाजिक तत्वों व बंदूक के बल पर प्रस्ताव पास कराने का आरोप लगाया। दावा किया कि सीसीटीवी कैमरे से इसका साक्ष्य प्रमाणित किया जा सकता है।
प्रयागराज : केपी ट्रस्ट गवर्निग काउंसिल की बैठक रविवार को हुई जिसमें लखनऊ की जमीन को लीज पर देने के करार को लेकर खूब हंगामा हुआ। हालांकि विरोध और हंगामे के बीच करार संबंधी प्रस्ताव पास हो गया। करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा हुई।
बैठक दोपहर तीन बजे केपी इंटर कालेज सभागार में ट्रस्ट अध्यक्ष चौधरी राघवेंद्रनाथ सिंह की अध्यक्षता में शुरू हुई। अन्य मुद्दों पर चर्चा के बाद जैसे ही ट्रस्ट की लखनऊ में कठवारा बख्शी तालाब की जमीन के करार संबंधी प्रस्ताव लाया गया, डॉ. सुशील सिन्हा, अजय श्रीवास्तव, कृपाशंकर श्रीवास्तव और निशीथ वर्मा ने इस जमीन को जिंदल ग्रुप के नाम पर एक अग्रवाल को लीज पर देने का विरोध कर दिया। बहरहाल, हो-हल्ला के बीच प्रस्ताव पास हो गया। विरोध करने वाले सदस्यों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर असामाजिक तत्वों व बंदूक के बल पर प्रस्ताव पास कराने का आरोप लगाया। दावा किया कि सीसीटीवी कैमरे से इसका साक्ष्य प्रमाणित किया जा सकता है। डॉ. विवेक श्रीवास्तव ने भी जमीन को लीज पर व्यवसायियों को देने का विरोध किया। वहीं ट्रस्ट के महामंत्री एसडी कौटिल्य का कहना था बैठक में क्या हुआ, वह सब सीसीटीवी कैमरे में दिखाई देगा। दूसरे पक्ष के लोगों ने पहले ही 25-30 बाहरी लोगों को लाकर आगे कुर्सी पर बैठा दिया था। घोषणा की गई कि जो सदस्य नहीं हैं, वह बाहर चले जाएं। अन्यथा सुरक्षाकर्मी जांच करेंगे तो कड़ी कार्रवाई होगी। दरवाजा बंद कराने पर सभी भाग निकले। इसके बाद पांच सदस्यों को छोड़ अन्य की सहमति से प्रस्ताव पास हुआ। मुंशी काली प्रसाद के नाम बनेगा नेचुरोपैथी हॉस्पिटल :
बैठक में जमीन पर बेंगलुरू की तर्ज पर नेचुरोपैथी हॉस्पिटल बनाने के लिए करार हुआ है। बिल्डिंग मुंशी काली प्रसाद के नाम पर रहेगी और जो विभाग बनेंगे, वह दिवंगत हो चुके पूर्व अध्यक्षों के नाम पर होंगे। महामंत्री ने बताया कि जमीन का करार लखनऊ की सनटेक फार्मा से हुआ। संस्था जब तक हॉस्पिटल का निर्माण कराएगी। तब तक उसे दो लाख रुपये सालाना देना पड़ेगा। हॉस्पिटल शुरू होने पर जमा पैसे का सात फीसद ट्रस्ट के खाते में जमा करना होगा। दावा किया कि उत्तर भारत का पहला नेचुरोपैथी हॉस्पिटल होगा। बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष चौधरी जितेंद्रनाथ सिंह, डा. केके श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। सदस्यों के लिए सुविधा :
-सदस्यों को इलाज में 25 फीसद की छूट मिलेगी।
-जो सदस्य बहुत गरीब होंगे और इलाज का खर्च नहीं उठा पाएंगे, अध्यक्ष की संस्तुति पर उनका मुफ्त इलाज होगा।