परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों में 'हाफ डे सीएल' पर असमंजस, बीएसए प्रयागराज को पत्र लिख मांगी व्यवस्था
शिक्षकों का कहना है कि यदि तकनीकी कारणों से इसे नहीं हटाया जा सकता है और ऐसे अवकाश सभी बेसिक शिक्षकों के लिए नहीं है तो बेसिक शिक्षा के उच्चाधिकारियों द्वारा स्पष्ट आदेश होना चाहिए। यह बताया जाना चाहिए कि पोर्टल पर दिखने वाले कौन-कौन से अवकाश देय हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों ने हाफ डे सीएल पर स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने का आग्रह जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से किया है। कहा है कि पोर्टल पर यदि हाफ डे सीएल लेने की व्यवस्था है तो इसका अर्थ है कि यह सबके लिए है। यदि ऐसा नहीं है तो पोर्टल से हाफ डे सीएल की व्यवस्था हटनी चाहिए।
शिक्षकों का कहना है कि यदि तकनीकी कारणों से इसे नहीं हटाया जा सकता है और ऐसे अवकाश सभी बेसिक शिक्षकों के लिए नहीं है तो बेसिक शिक्षा के उच्चाधिकारियों द्वारा स्पष्ट आदेश होना चाहिए। यह बताया जाना चाहिए कि पोर्टल पर दिखने वाले कौन-कौन से अवकाश देय हैं। बिना स्पष्ट आदेश के पोर्टल पर दिखने वाले ऐसे अवकाश को जानकारी के अभाव में यदि शिक्षक लेते हैं तो उनको दोष देना उचित नहीं है।
शिक्षक नेता ने बीएसए को लिखा पत्र
शिक्षक नेता बृजेंद्र सिंह की ओर से बीएसए को लिखे पत्र में कहा गया है कि आधे दिन के सीएल के संदर्भ में कुछ खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा व्हाट्सएप पर आपत्ति दर्ज कराई जा रही है। जबकि यह कार्य एक स्पष्ट आदेश जारी करके किया जाना चाहिए। ऐसा किसी एक विकासखंड में नहीं बल्कि सभी जगहों पर होना चाहिए। खासकर सोरांव, मऊआइमा में शिक्षकों को प्रतिवर्ष मिलने वाला 1 ईएल और सार्वजनिक अवकाश के बदले मिलने वाले अवकाश खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा पोर्टल पर दर्ज नहीं किया गया है। जबकि ऐसा करने के लिए मंडलायुक्त ने पूर्व में निर्देशित किया था।