Commercial Tax Department: फर्जी फर्मों से माल खरीदने पर 77 व्यापारियों से ITC की रिकवरी
तमाम व्यापारी विभाग में फर्जी फर्में पंजीकृत करा लेते हैं और उन फर्मों के नाम से ही दूसरे कारोबारियों को माल बेचते हैं। लेकिन बेचे गए माल पर टैक्स नहीं जमा करते हैं। पिछले दिनों शासन के निर्देश पर फर्जी फर्मों की धर-पकड़ के लिए अभियान भी चलाया गया था।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। वाणिज्यकर विभाग इन दिनों ऐसे व्यापारियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रहा है, जिन्होंने फर्जी (अस्तित्वहीन) फर्मों से माल खरीदकर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) ले लिया। विभाग द्वारा कारोबारियों को चिन्हित करके उनसे आइटीसी की वापसी (रिकवरी) कराई जा रही है। अब तक 77 व्यापारियों से आइटीसी की रिकवरी की गई है।
1.62 करोड़ रुपये वाणिज्यकर विभाग ने कराया जमा
तमाम व्यापारी विभाग में फर्जी फर्में पंजीकृत करा लेते हैं और उन फर्मों के नाम से ही दूसरे कारोबारियों को माल बेचते हैं। लेकिन, वह व्यापारी बेचे गए माल पर टैक्स नहीं जमा करते हैं। पिछले दिनों शासन के निर्देश पर फर्जी फर्मों की धर-पकड़ के लिए अभियान भी चलाया गया था। ऐसी कई फर्मों का पंजीयन निरस्त कर दिया गया था। एफआइआर भी दर्ज कराई गई थी। वहीं, माल खरीदने वाला कारोबारी आइटीसी ले लेता है, क्योंकि माल बेचने वाला उनसे टैक्स ले लिया होता है। ऐसे 77 व्यापारियों को चिन्हित किया गया। सभी को करीब 4.94 करोड़ रुपये की डिमांड नोटिस जारी किया गया, जिसके एवज में लगभग 1.62 करोड़ रुपये टैक्स जमा कराया गया। ज्वाइंट कमिश्नर (कार्यपालक) बालकृष्ण ने बताया कि अस्तित्वहीन फर्मों के खिलाफ कार्रवाई करके व्यापारियों से आइटीसी रिकवरी कराई जा रही है।