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'हनी ट्रैप' के जाल से बच निकले सीआरपीएफ के कमांडेंट, आरोपित CRPF जवान गिरफ्तार Prayagraj News

कमांडेंट ने माफी मांगी तो उसने बताया कि वह भी सीआरपीएफ में है और उसकी पोस्टिंग अच्छी जगह होनी है। इसके लिए 15 से 20 लाख रुपये लगेंगे। कमांडेंट ने पैसा देने से मना कर दिया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 19 May 2020 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 02:48 PM (IST)
'हनी ट्रैप' के जाल से बच निकले सीआरपीएफ के कमांडेंट, आरोपित CRPF जवान गिरफ्तार Prayagraj News
'हनी ट्रैप' के जाल से बच निकले सीआरपीएफ के कमांडेंट, आरोपित CRPF जवान गिरफ्तार Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां तैनात एक कमांडेंट हनी ट्रैप के जाल में फंसते-फंसते बच गए। उन्हें फंसाने का जाल सीआरपीएफ के ही एक जवान ने बुना था। उसने अश्लील फोटो का हवाला देकर 15 लाख रुपये की मांग की थी। रिपोर्ट दर्ज कर सोरांव पुलिस ने भोपाल में तैनात रहे आरोपित सीआरपीएफ के जवान विक्की बालियान को गिरफ्तार कर लिया है। वह मुजफ्फरनगर जिले के सोरो का रहने वाला है।

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जून में ट्रांसफर होकर प्रयागराज आए थे कमांडेंट

एफआइआर के मुताबिक, कमांडेंट जून 2019 में ट्रांसफर होकर प्रयागराज आए थे। कुछ दिनों बाद उनके सरकारी नंबर के वाट्सएप पर हाय जानू का मैसेज आया। करीब एक माह बाद फिर उसी नंबर से संदेश आया। कमांडेंट ने जब महिला को रिप्लाई किया तो उसने कॉल करना भी शुरू कर दिया। महिला ने शादीशुदा कमांडेंट को अपनी तस्वीर भेजी और उनकी फोटो भी मंगा ली। एक दिन कमांडेंट के बैचमेट का फोन आया तो दोनों में एक महिला से चैट होने को लेकर बात हुई। नंबर साझा किया तो पता चला दोनों से उसी नंबर से चैट हो रही है लेकिन वह नाम अलग-अलग बताती थी। इस पर दोनों ने नंबर ब्लॉक कर दिया।

20 लाख रुपये की मांग कर रही थी

फिर एक दिन महिला ने दूसरे नंबर से फोन करके कमांडेंट से कहा कि उन्होंने उसकी अश्लील तस्वीर दूसरे को क्यों भेजी। उसने वर्दी उतरवाने व बर्खास्त कराने की धमकी दी। कमांडेंट ने माफी मांगी तो उसने बताया कि वह भी सीआरपीएफ में है और उसकी पोस्टिंग अच्छी जगह होनी है। इसके लिए 15 से 20 लाख रुपये लगेंगे। कमांडेंट ने पैसा देने से मना कर दिया। फिर उसने शादी करने का दबाव बनाया। इस पर कमांडेंट ने सोरांव थाने में मोबाइल नंबर के आधार पर रंगदारी, धमकी व आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया। नंबर के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया तो पता चला वह सीआरपीएफ का जवान है।

अलग-अलग नाम से नंबर

इंस्पेक्टर सोरांव रामचरन वर्मा ने बताया कि विक्की बालियान अपने मोबाइल में वायस चेंजर चिप लगाकर रश्मि चौधरी, अन्नू चौधरी और मधु चौधरी नाम बताकर अधिकारियों को ब्लैकमेल करने की कोशिश करता था। उसने कमांडेंट से खुद को देहरादून की महिला बताया था। साथ ही उन्हें एक आइपीएस अधिकारी से चैट का स्क्रीन शॉट भी भेजा था।


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