CNG वाहनों का विस्तार अब प्रयागराज के ग्रामीण क्षेत्रों में भी होगा, परमिट जारी करने का मसौदा तैयार
प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए 2016 में डीजल से चलने वाले वाहनों के स्थान पर सीएनजी ईंधन की शुरुआत प्रयागराज में हुई। तय किया गया कि धीरे-धीरे डीजल चलित वाहनों को हटा दिया जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) से चलने वाले वाहनों (टेंपो, आटो, बस) का विस्तार अब शहरों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका प्रसार ग्रामीण इलाकों में भी होगा। संभागीय परिवहन प्राधिकरण की विगत दिनों हुई बैठक में इस मुद्दे पर सहमति भी बन चुकी है। परिवहन विभाग ने मसौदा तैयार कर लिया है। इस पर मंडलायुक्त के हस्ताक्षर होने के बाद वाहनों को परमिट जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
2016 में सीएनजी ईंधन की शुरूआत प्रयागराज में हुई
प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए 2016 में डीजल से चलने वाले वाहनों के स्थान पर सीएनजी ईंधन की शुरुआत शहर में हुई। तय किया गया कि धीरे-धीरे डीजल चलित वाहनों को हटा दिया जाएगा। वर्तमान में शहरी क्षेत्र में डीजल से चलने वाले टेंपो, आटो को प्रतिबंधित कर दिया गया है। फिर भी तमाम वाहन चल रहे हैं। परिवहन की टीम और पुलिस उनको नहीं हटा पा रही है। शहर में करीब 1400 सीएनजी चलित टेंपो व आटो हैं। बड़ी संख्या में बैटरी से चलने वाले ई-रिक्शा भी दौड़ रहे हैं।
अब ऐसे वाहनों को नहीं मिल रहा परमिट
वाहनों की अधिक तादात व आए दिन जाम की स्थिति को देखते हुए संभागीय परिवहन विभाग की ओर से अब तो इनको परमिट जारी करना ही बंद कर दिया गया है। विभाग की मंशा अब ग्रामीण क्षेत्रों में प्रदूषण मुक्त परिवहन को विस्तार देने की है। इसलिए अब सीएनजी का विस्तार गांव में किया जा रहा है।
ग्रामीण इलाकों में भी सीएनजी वाहनों को परमिट देने का निर्णय
हाल ही में मंडलायुक्त की अध्यक्षता में संभागीय सड़क परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की बैठक में इस पर निर्णय भी ले लिया गया। तय किया गया कि ग्रामीण इलाकों में डीजल से चलने वाले टेंपो, आटो को नियंत्रित करके सीएनजी वाले वाहनों को परमिट दिया जाएगा। परिवहन विभाग ने मसौदा तैयार कर लिया है। इसको लेकर सीएनजी की उपलब्धता आदि सुनिश्चित करना भी शुरू हो गया है। इसी क्रम में पिछले दिनों फूलपुर, करछना, बमरौली और कौशांबी के सैनी में सीएनजी पंप शुरू कर दिए गए।
बोले, संभागीय परिवहन अधिकारी
संभागीय परिवहन अधिकारी आरके मौर्य कहते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में सीएनजी ईंधन युक्त वाहनों के संचालन को बढ़ावा देना है। मंडलायुक्त के निर्देशानुसार इसके लिए मसौदा तैयार कर लिया गया है। उनकी मंजूरी के बाद वाहनों को परमिट जारी करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। ग्रामीण इलाकों में सीएनजी भी मिलने लगी है। इस सुविधा का और विस्तार दिया जाएगा।