नगरवासी ध्यान दें, सिर्फ दो दिन अतिरिक्त पानी की व्यवस्था कर लें वरना दिक्कत होगी Prayagraj News
ईपीएफ घोटाले के विरोध में सोमवार और मंगलवार को बिजली विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी का कार्य बहिष्कार है। ऐसे में बिजली और पानी संकट उत्पन्न हो सकता है।
प्रयागराज, जेएनएन। शहर के लोगों से जुड़ी खास जानकारी है। आम जन से संबंधी इस पर अगर आप ध्यान नहीं देंगे तो काफी दिक्कत झेलनी पड़ सकती है। आपको सोमवार और मंगलवार को अतिरिक्त पानी की व्यवस्था पहले से कर लेनी होगी। ऐसा करने से आपको पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इसका कारण ईपीएफ घोटाले के विरोध में सोमवार और मंगलवार को बिजली विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी का कार्य बहिष्कार है। कार्य बहिष्कार की घोषणा की गई है।
ये संगठन रहेंगे कार्य बहिष्कार में
इस कार्य बहिष्कार में अधिशासी अभियंता संघ, सहायक अभियंता संघ, अवर अभियंता संघ, विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, संयुक्त कर्मचारी मोर्चा, विद्युत कर्मचारी संगठन, बिजली मजदूर संगठन, विद्युत तकनीकी सहायक यूनियन, विद्युत लेखाकार संगठन, प्रमोटेड पावर इंजीनियर संघ, मजदूर पेंशनर्स कल्याण संघ भी शामिल है। यह कार्य बहिष्कार सोमवार सुबह नौ बजे से बुधवार सुबह नौ बजे तक का होगा। इस दौरान सभी संगठनों के लोग न तो काम करेंगे और न ही दफ्तर जाएंगे। फील्ड के काम भी नहीं होंगे। कार्यालयों का ताला नहीं खुलेगा। सभी संगठनों के पदाधिकारी व कर्मचारी मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरना देकर प्रदर्शन करेंगे।
विद्युत आपूर्ति को प्रभावित नहीं किया जाएगा लेकिन फाल्ट होने पर होगी परेशानी
अभियंता संघ के जिलाध्यक्ष अविनाश पटेल, जिला सचिव विजय कुमार तिवारी, अवर अभियंता संगठन के अजित पटेल व अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने कार्य बहिष्कार को सफल बनाने के लिए रविवार को भी बैठकें भी कीं। बिजली कर्मियों और अफसरों के इस आंदोलन के दौरान विद्युत आपूर्ति को प्रभावित नहीं किया जाएगा। अगर कहीं फॉल्ट होता है तो उसे दुरुस्त करने में दिक्कत हो सकती है। हालांकि, मुख्य अभियंता ओपी यादव का कहना है कि फॉल्ट दूर करने के लिए संविदा कर्मियों की टीम लगाई गई है लेकिन बड़ा फॉल्ट होने पर आपूर्ति बहाल करने में समस्या हो सकती है।
प्रभावित होगा राजस्व, लक्ष्य पूरा करना मुश्किल
विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के आंदोलन के चलते महकमे का राजस्व प्रभावित होगा। सोमवार और मंगलवार को कैश काउंटर भी नहीं खुलेगा। इसके अलावा बिल की वसूली के लिए अभियान भी नहीं चलेगा। इसके कारण विभाग को राजस्व की क्षति होगी। इस माह के लक्ष्य को पूरा करना मुश्किल होगा।
पुलिस की निगरानी में होंगे विद्युत उपकेंद्र
आंदोलन के दौरान विद्युत उपकेंद्रों की पुलिस निगरानी करेगी। इसके लिए हर थानेदार को निर्देश दिए गए हैैं। इसके अलावा आपूर्ति प्रभावित होने पर कहीं कोई हंगामा न हो, इस पर पुलिस को नजर रखने को निर्देश दिए गए हैैं। एडीएम सिटी अशोक कुमार कनौजिया ने बताया कि विभाग के उच्चाधिकारियों से वार्ता हुई है। फॉल्ट दूर कराने के लिए इमरजेंसी टीमें रात और दिन में रहेंगी।