हुनर हॉट को ख्याति दिलाने में जिन फर्मों ने योगदान दिया, वही हुए ठगी का शिकार Prayagraj News
हुनर हॉट के ठेकेदार से मिले चेक बाउंस हो गए। इससे अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के इस आयोजन की शुचिता पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। क्योंकि इन्हीं फर्मों ने हुनर हॉट को ख्याति दिलाई है।
प्रयागराज, [अमरदीप भट्ट] केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से लगाए गए हुनर हॉट को ख्याति दिलाने में जिन फर्मों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया, वही ठगी का शिकार हो गए। सुरक्षा एजेंसी सहित आधा दर्जन फर्म ऐसी हैं जिन्हें हुनर हाट के ठेकेदार से मिले भुगतान के चेक बाउंस हो गए हैं। इन फर्मों के संचालक अब एनसीजेडसीसी के चक्कर काट रहे हैं। जिस ठेकेदार से उन्हें चेक मिले, उससे अब कोई संतुष्टि भरा जवाब भी नहीं मिल रहा है। ऐसे में मंत्रालय के देश भर में हो रहे इस बड़े सांस्कृतिक आयोजन की शुचिता पर ही सवाल खड़े हो गए हैं।
एक से 10 नवंबर तक एनसीजेडसीसी में लगा था हुनर हॉट
हुनर हॉट का आयोजन देश भर में कराया जा रहा है। 13 वां आयोजन एक से 10 नवंबर तक एनसीजेडसीसी के शिल्प मेला मैदान में हुआ था। इसका उद्घाटन स्वयं केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने किया था। अल्पसंख्यक विभाग ने हुनर हाट को ठेके पर दिया था। हुनर हाट समापन के दो सप्ताह बाद इसमें बड़ा 'खेल' होने के बात सामने आई है।
संचालकों ने कहा, सरकारी आयोजन होने के नाते भरोसा किया पर ठेकेदार ने ठगा
इस आयोजन में सफाई कर्मियों तथा बांस बल्ली आदि लगवाने का ठेका लेने वाली फर्म वीएसपी कांट्रैक्टर इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर वीरेंद्र सिंह का कहना है कि उन्हें हुनर हाट के ठेकेदार से 90 हजार रुपये का एक तथा 2 लाख 95 हजार का दूसरा चेक मिला। इन्हें बैंक खाते में लगाया लेकिन दोनों ही चेक बाउंस हो गए। कुछ दिन बाद दोबारा लगाया तो फिर बाउंस हो गया। इसी तरह से आइडियल सिक्यूरिटी सर्विसेस (आइएसएस) के प्रयागराज में सुपरवाइजर संजय मिश्र ने बताया कि उन्हें ठेकेदार से 77,137 रुपये का चेक मिला था। यह बैंक खाते में लगाने पर बाउंस हो गया। दोबारा लगाने पर भी बाउंस हुआ। अन्य कई फर्म भी बाउंस चेक पाकर हाथ मल रही हैं। संचालकों का कहना है कि सरकारी आयोजन होने के नाते भरोसा किया। लेकिन, ठेकेदार ने उन्हें ठग लिया।
ठेकेदार ने कहा, शीघ्र ही बैंक लोगों के चेक क्लियर हो जाएंगे
हुनर हाट के ठेकेदार ऋषि मलंगा का कहना है कि पारिवारिक दिक्कतों के कारण समय से बैंक में राशि जमा नहीं कर सके। इससे करीब आधा दर्जन फर्मों को दिए गए चेक बाउंस हुए हैं। कहा है कि तीन-चार दिनों में बैंक में पैसे जमा कर देंगे तो लोगों के चेक क्लियर हो जाएंगे।