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सरकारी अस्‍पताल में नौकरी दिलाने के नाम पर वकील से ठगी Prayagraj News

अधिवक्ता से यह भी कहा कि उनकी पत्नी की नौकरी अस्पताल में लगवा देंगे जिसके लिए आठ लाख रुपये लगेंगे। विश्वास करके उन्होंने दो बार में करीब छह लाख रुपये दिए।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 07:48 PM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 07:48 PM (IST)
सरकारी अस्‍पताल में नौकरी दिलाने के नाम पर वकील से ठगी Prayagraj News
सरकारी अस्‍पताल में नौकरी दिलाने के नाम पर वकील से ठगी Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में पत्नी को नौकरी दिलवाने के नाम पर अधिवक्ता अभिषेक मयंक रस्तोगी से पांच लाख 65 हजार रुपये की ठगी करने व धमकी देने का मामला सामने आया है। पीडि़त ने धूमनगंज थाने में शुभ्राजीत बनर्जी, उसके बेटे नीटू उर्फ श्वेतांशु और बेटी श्वेता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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वकील की पत्‍नी को सरकारी अस्‍पताल में नौकरी दिलाने की बात कही थी

कालिंदीपुरम निवासी अभिषेक मयंक हाईकोर्ट में वकालत करते हैं। उनका आरोप है कि बीते साल पड़ोसी शुभ्राजीत ने कहा कि उनका बेटा स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में कार्यरत है। मुख्य चिकित्साधिकारी से उसके अच्छे संबंध हैं। अधिवक्ता से यह भी कहा कि उनकी पत्नी की नौकरी अस्पताल में लगवा देंगे, जिसके लिए आठ लाख रुपये लगेंगे। विश्वास करके उन्होंने दो बार में करीब छह लाख रुपये दिए। तब शुभ्राजीत ने अपनी बेटी श्वेता को साक्षात्कार में बैठाकर उन्हें नियुक्ति पत्र जारी किया। फिर कौशांबी में नौकरी करने की बात कही गई। करीब चार महीने बाद जब अधिवक्ता की पत्नी नौकरी करने नहीं जा पाईं तो संदेह हुआ।

अस्‍पताल में पहुंचने पर पता चला फर्जी है नियुक्ति पत्र

अस्पताल के मुख्य चिकित्साधिकारी से पूछताछ पर पता चला कि फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किया गया है। पैसा मांगने पर आरोपितों ने अधिवक्ता को चेक दिया लेकिन बाउंस हो गया। पीडि़त का यह भी आरोप है कि श्वेता ने सुपारी देकर हत्या करवाने और फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवाने की धमकी दी। फिलहाल पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखकर विवेचना की जा रही है।

एनजीओ में काम के नाम पर 15 लाख ठगे

एनजीओ में काम दिलवाने के नाम पर सिविल लाइंस निवासी नीरज श्रीवास्तव से 15 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। पीडि़त ने जार्जटाउन थाने में अल्लापुर के जितेंद्र श्रीवास्तव व लखनऊ के नवीन कुमार द्विवेदी, रवि शर्मा और एक अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। नीरज का आरोप है कि कुछ साल पहले पूर्व परिचित जितेंद्र से मिले थे। उनके घर पर एनजीओ चलाने वाले नवीन, रवि शर्मा समेत अन्य भी थे। सभी ने एनजीओ के जरिए काम दिलवाने की बात कही और जिसके लिए कई बार में उनसे 15 लाख लिए गए। कुछ माह बाद जब नवीन और रवि ने अपना मोबाइल बंद कर लिया तो उन्हें संदेह हुआ। ठगी का शिकार होने पर पीडि़त ने अब मुकदमा दर्ज कराया है।


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