MP MLA COURT: पूर्व सपा विधायक विजमा समेत 26 लोगों पर आठ नवंबर को तय होगा आरोप
सरायइनाइत के प्रभारी रहे कृपा शंकर दीक्षित ने 21 सितंबर 2000 को विजमा यादव सहित 26 समर्थकों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया था। पुलिस का आरोप है कि दुर्घटना में एक बालक की मृत्यु होने पर विजमा यादव द्वारा करीब 600 लोगों को दंगा करने के लिए उकसाया गया।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। बलवा के मुकदमे में समाजवादी पार्टी की पूर्व विधायक विजमा यादव और उनके 26 समर्थकों पर आगामी आठ नवंबर को अदालत में आरोप तय होगा। शुक्रवार को एमपी एमएलए कोर्ट में विजमा यादव तो हाजिर हुईं, लेकिन बाकी आरोपितों के उपस्थित नहीं होने के कारण आरोप तय नहीं हो सका। गैरहाजिर रहने वाले 11 अभियुक्तों के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। विजमा समेत 15 आरोपित जमानत पर रिहा हैं। विशेष न्यायाधीश आलोक कुमार श्रीवास्तव ने मामले की सुनवाई के लिए आठ नवंबर की तिथि नियत की है। इसी दिन न्यायालय आरोप तय करेगी।
एक बालक की मौत होने पर किया था बवाल
थाना सरायइनाइत के प्रभारी रहे कृपा शंकर दीक्षित ने 21 सितंबर 2000 को विजमा यादव सहित 26 समर्थकों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया था। पुलिस का आरोप है कि दुर्घटना में एक बालक की मृत्यु होने पर विजमा यादव द्वारा करीब 600 लोगों को दंगा करने के लिए उकसाया गया। पुलिस विरोधी नारे लगवाए जबकि जिले में धारा 144 लागू थी। विजमा यादव के कहने पर समर्थकों द्वारा आगजनी की गई। रोडवेज बसों में तोड़फोड़ करते हुए पथराव किया गया, जिससे कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे। इससे आसपास में भय व्याप्त हो गया और दुकानें बंद हो गई थी।
आनंद गिरि की ओर से सेशन कोर्ट में जमानत अर्जी
प्रयागराज : महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तारी के बाद सवा महीने से नैनी जेल में बंद आनंद गिरि ने अधिवक्ता सुनील पांडेय एवं विनीत विक्रम सिंह के जरिए सेशन न्यायालय में शुक्रवार को जमानत अर्जी दाखिल किया। सुनवाई की तारीख शनिवार को सेशन जज तय करेंगे। इसके साथ ही शनिवार को अभिरक्षा की अवधि समाप्त हो रही है। जेल में बंद आनंद गिरि, आद्या प्रसाद व उनके बेटे संदीप तिवारी की न्यायिक अभिरक्षा की अवधि शनिवार को समाप्त हो रही है। न्यायिक अभिरक्षा बढ़ाए जाने की अर्जी यदि सीबीआई की ओर से पेश की जाएगी तो उसकी सुनवाई मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरेंद्र नाथ की कोर्ट में होगी।