...ये है प्रयागराज में बिजली विभाग का कंट्रोल रूम, दिन ढलने के बाद यहां बजती है सिर्फ घंटी
प्रयागराज में बिजली विभाग के कंट्रोल रूम में तीन शिफ्ट में तीन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक दोपहर दो बजे से रात 10 बजे तक और अंतिम शिफ्ट का कर्मचारी रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक तैनात है।
प्रयागराज, जेएनएन। बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए शहर में कंट्रोल रूम बनाया है। इसका उद्देश्य किसी भी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित होने पर लोगों की शिकायत सुनकर उसका निस्तारण करना है। हालांकि यह कंट्रोल रूम अव्यवस्था का शिकार होकर रह गया है। यहां दिन ढलने के बाद सिर्फ फोन की घंटी बजती है। इसे रिसीव करने वाला कोई नहीं रहता। लोग फोन लगाते रहते हैं, लेकिन फोन नहीं उठता। लोगों ने इसकी शिकायत भी उच्चाधिकारियों से की, लेकिन यहां की व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है।
तीन कर्मचारियों को किया गया है तैनात
कंट्रोल रूम में तीन शिफ्ट में तीन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक पहला कर्मचारी तैनात रहता है। दोपहर दो बजे से रात 10 बजे तक दूसरे कर्मचारी की ड्यूटी लगती है और अंतिम शिफ्ट का कर्मचारी रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक तैनात किया जाता है। हालांकि यहां रात आठ बजे के बाद कोई फोन उठाने को तैयार नहीं होता।
कंट्रोल रूम में ऐसे होता है समस्या का समाधान
किसी भी मुहल्ले में बिजली गुल होने पर उपभोक्ता कंट्रोल रूम में फोन करते हैं। यहां तैनात कर्मचारी से समस्या बताते हैं। इसके बाद कर्मचारी संबंधित उपकेंद्र के एसडीओ और जेई से वार्ता कर इस बारे में जानकारी लेता है। यह भी पूछा जाता है कि क्या गड़बड़ी है और आपूर्ति कितनी देर में चालू होगी। इसके बाद कर्मचारी उस उपभोक्ता को फोन लगाता है, जिसने शिकायत दर्ज कराई होती है। उपभोक्ता को पूरी बात बताई जाती है।
मुख्य अभियंता बोले-व्यवस्था है दुरुस्त, लापरवाही बरतने वालों पर होगी कार्रवाई
मुख्य अभियंता ओपी यादव का कहना है कि कंट्रोल रूम उपभोक्ताओं की समस्याओं के निस्तारण के लिए बनाया गया है। इसमें सभी व्यवस्था दुरुस्त की गई हैं। इसके बाद भी अगर कोई कर्मचारी लापरवाही बरत रहा है तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।