माफिया अतीक के बेटे उमर की तलाश में लगाया CBI ने पूरा जोर पर हाथ नहीं आ रहा है दो लाख रुपये का इनामी
सीबीआइ और पुलिस उसकी तलाश में पहले ही जुटी थी लेकिन अब इसमें और तेजी जाएगी। उसके घर और करीबियों के यहां फिर से दबिश का सिलसिला शुरू होगा। सीबीआइ दो लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर चुकी है मगर उमर हाथ नहीं आ रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। माफिया अतीक अहमद के बड़े पुत्र मो. उमर की सुप्रीम कोर्ट द्वारा अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने से उसकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं। सीबीआइ और पुलिस उसकी तलाश में पहले ही जुटी थी, लेकिन अब इसमें और तेजी जाएगी। उसके घर और करीबियों के यहां फिर से दबिश का सिलसिला शुरू होगा। सीबीआइ दो लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर चुकी है मगर उमर हाथ नहीं आ रहा है।
दो वर्ष से पुलिस और सीबीआइ को छका रहा है उमर
वर्ष 2018 में माफिया अतीक अहमद देवरिया जेल में बंद था। अतीक के गुर्गे 26 दिसंबर 2018 को लखनऊ के रीयल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण कर देवरिया जेल ले गए थे। मोहित ने माफिया अतीक पर बंधक बनाकर पिटाई कराने और उमर पर देवरिया जेल में पीटने के साथ ही जबरन दो कंपनियां ट्रांसफर कराने का आरोप लगाते हुए लखनऊ के कृष्णानगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआइ ने माफिया अतीक और उसके पुत्र मोहम्मद उमर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए उमर ने सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे पांच दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी।
कभी दिल्ली तो कभी मुंबई में होने की मिली सूचना
उमर की सही लोकेशन नहीं मिल रही है। पुलिस और सीबीआइ टीम ने जब पता किया तो कभी दिल्ली तो कभी मुंबई में उसके छिपे होने की बात कही गई। सूत्रों के अनुसार कई बार पता चला कि उमर घर के आसपास देखा गया है, लेकिन टीम गई तो वह नहीं मिला।