Smart City में प्रयागराज की सड़कों पर मवेशियों की चहलकदमी है, लोगों को दे रही दर्द
प्रयागराज में स्मार्ट सिटी के तहत काम किए जा रहे हैं। इसके लिए कमेटी गठित कर बैठक की जाती है। इसमें रूपरेखा भी बनाई जाती है। सड़कों को स्मार्ट किया जा रहा। वहीं शहर की कई सड़क और गलियों में गाय-भैंस के झुंड की चहलकदमी भी देखी जा सकती है।
प्रयागराज, जेएनएन। कहने को तो प्रयागराज स्मार्ट सिटी बन रहा है। विकास की तमाम योजनाएं भी यहां शुरू हैं तो कई पूरी भी हो चुकी हैं। सड़कों को चमाचम किया जा रहा है। सड़कों के किनारे सुंदरीकरण की योजना है। पार्कों को आकर्षक लुक दिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर कई लोग अभी भी पुरानी मानसिकता में ही हैं। उन्हें इससे कोई मतलब नहीं कि शहर का विकास हो या न हो, उन्हें तो बस अपने हिसाब से ही काम करना है।
शहर की 15 सड़कों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है
प्रयागराज में स्मार्ट सिटी के तहत काम किए जा रहे हैं। इसके लिए कमेटी गठित कर बैठक की जाती है। इसमें रूपरेखा भी बनाई जाती है। इसी क्रम में शहर की 15 सड़कों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है। वहीं, शहर की कई सड़क और गलियों में गाय-भैंस के झुंड की चहलकदमी भी देखी जा सकती है। लोग सड़कों पर मवेशियों को छोड़ देते हैं, जो दूसरों के लिए परेशानी का कारण भी बन जाते हैं।
सड़कों पर पालतू मवेशियों से लोगों को परेशानी हो रही है
शहर की घनी आबादी वाले क्षेत्र में पालतू मवेशियों की चहलकदमी देखी जा सकती है। कई बार लोग चोटिल भी हो चुके हैं। इसके बाद भी कोई विरोध नहीं कर सकता। ऐसा इसलिए कि पशुपालक मारपीट करने पर आमादा हो जाते हैं। शुक्रवार सुबह भी आनंद भवन के सामने कटरा मार्ग पर भैंस का झुंड निकल पड़ा। इससे लोगों को परेशानी हुई। इसके अलावा कमला नेहरू अस्पताल के सामने भी कतारबद्ध ढंग से भैंसों का काफिला निकला। इससे यातायात प्रभावित हुआ। राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ी। वहीं, बख्शी बांध पर भी भैंसों का झुंड अक्सर विचरण करता है। रेलवे क्रॉसिंग होने की वजह से हादसे की आशंका बनी रहती है। शहर के मुख्य बाजारों और सड़क पर बेलगाम मवेशियों की चहलकदमी लोगों को दर्द दे रही है।