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संकट में हैं प्रतापगढ़ के पार्क, यहां बांधे जाते हैं मवेशी और रात में अराजकतत्‍वों का होता है जमावड़ा

नगर पालिका क्षेत्र के मीराभवन वार्ड में चार पार्क हैं। वार्ड के आवास विकास कॉलोनी के पार्क में स्वच्छता अभियान दम तोड़ रहा है। घर में बेकार पड़ी बल्ली बांस के टुकड़े ईंट आदि को यहीं पर रखते हैं। पार्क का झूला कई माह पहले से टूटा पड़ा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 10 Nov 2021 04:18 PM (IST)Updated: Wed, 10 Nov 2021 04:18 PM (IST)
संकट में हैं प्रतापगढ़ के पार्क, यहां बांधे जाते हैं मवेशी और रात में अराजकतत्‍वों का होता है जमावड़ा
प्रतापगढ़ के पार्क का यह है हाल है कि लोग इसमें कूड़ा, कबाड़ फेंकते हैं। विभाग ध्‍यान नहीं दे रहा।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड में छोटे पार्कों का हाल बदहाल है। सफाई न होने से मीराभवन वार्ड के पार्क में बड़ी-बड़ी घास उग आई है। आसपास के लोग घर का बेकार पड़ा सामान पार्क में ही रखते हैं। दैनिक जागरण की टीम पार्क की पड़ताल करने वार्ड में पहुंची तो देखा तो पार्क का हाल बेहाल था। पार्क के झूले टूट गए हैं। इंटरलाकिंग सड़क उखड़ गई है। दीवार में मवेशी बांधे जाते हैं। रात में पार्क में अंधेरा छाया रहता है। शाम होते ही अराजक तत्वों का डेरा जम जाता है।

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नगर पालिका ईओ बोले- पार्क का सुंदरीकरण होगा

नगर पालिका क्षेत्र के मीराभवन वार्ड में चार पार्क हैं। वार्ड के आवास विकास कॉलोनी के पार्क में स्वच्छता अभियान दम तोड़ रहा है। घर में बेकार पड़ी बल्ली, बांस के टुकड़े, ईंट आदि को यहीं पर रखते हैं। पार्क का झूला कई माह पहले से टूटा पड़ा है। साफ-सफाई के नाम पर केवल कोरम पूरा किया जा रहा है। पार्क की दीवार में लगी लोहे की पाइप को लोग उखाड़ ले गए हैं। मोहल्ले के लोग इन पार्कों में वाङ्क्षकग करने नहीं जाते। सभी कंपनी बाग में ही सैर करने जाते हैं। कई बार तो इन पार्कों में सांप सहित अन्य जानवर देखे जा चुके हैं। ऐसे में लोग शाम ढलते ही पार्क में जाने से डरते हैं। ईओ नगर पालिका मुदित सिंह ने बतया कि पार्क के सुंदरीकरण की कवायद चल रही है।

बेकार पड़े हैं सामान

वार्ड के पार्क परिसर में ही पानी की टंकी है। पार्क के झूले कई माह पहले ही टूटकर गिर पड़े। उसकी पाइप आदि सामान काफी दिनों से गिरी पड़ी है। कुछ को नशेड़ी उठा ले गए। हालांकि बेकार पड़े सामानों को नगर पालिका द्वारा नहीं उठाया गया। किसी दिन वह भी चोरी हो सकता है।

जानें, पार्कों के प्रति लोगों का दर्द

राम अचल वर्मा कहते हैं कि पार्क की घास की महीनों से सफाई नहीं कराई गई। इससे घास काफी बड़ी हो गई है। डर लगता है कि कहीं वाकिंग के दौरान कोई जानवर न काट ले। द्वारिका प्रसाद ने कहा कि पार्क की दीवार जर्जर हो गई है। इंटरलाकिंग ईंट कई जगहों पर धंस गई है। गंदगी से मच्छर भिनभिनाते हैं। फिलहाल सभी के सहयोग से ही पार्क हरा भरा दिखेगा।


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