ठेकेदार के पांच वर्षीय बेटे का अपहरण कर भाग रहा अपहर्ता मुठभेड़ में ढेर
छह साल के रणवीर सिंह को अगवा कर लिया गया। पुलिस की कार्रवाई में अपहर्ता को पुलिस की गोली लगी या फिर उसने खुद को शूट किया यह साफ नहीं है। फिलहाल बच्चा सकुशल बरामद कर लिया गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। सेंट जोसेफ कालेज में कक्षा एक में पढऩे वाले छह साल के रणवीर सिंह को मंगलवार की शाम अगवा कर लिया गया। ठेकेदार अभिषेक सिंह का बेटा बीएचएस के बगल जिमनास्टिक सीखने आया था। शाम सवा छह बजे ठेकेदार का पुराना ड्राइवर संजय यादव उसे कार से अगवा कर ले गया। तीन करोड़ फिरौती मांगने वाले अपहर्ता के पीछे लगी पुलिस टीमों ने उसे भदोही के सुरियावां में घेर लिया। अपहर्ता कार से फायरिंग करने लगा, जवाबी कार्रवाई में बदमाश के सिर में गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। अपहर्ता को पुलिस की गोली लगी या फिर उसने खुद को शूट किया, यह साफ नहीं है। फिलहाल बच्चा सकुशल बरामद कर लिया गया है।
जार्जटाउन थाना क्षेत्र के अल्लापुर निवासी अभिषेक सिंह उर्फ पंकज प्रयागराज विकास प्राधिकरण में ठेकेदार हैं। उनका बेटा रोज ब्वायज हाईस्कूल के बगल जिमनास्ट हॉल में जिमनास्टिक सीखने आता है। मंगलवार को शाम पांच बजे ठेकेदार का ड्राइवर वीरेंद्र बच्चे को कार से छोड़कर चला गया। सवा छह बजे कटका, झूंसी का संजय यादव जिमनास्ट हॉल पहुंचा। वह ठेकेदार के घर कई साल ड्राइवर रहा है। तीन महीना पहले उसे निकाल दिया गया था। संजय ने कोच अभिलाष प्रजापति से रणवीर के बर्थडे की बात बताकर उसे ले गया। फिर बच्चे के पिता के मोबाइल पर कॉल कर बताया गया कि रणवीर को अगवा किया गया है। तीन करोड़ रुपये का इंतजाम करो। बच्चे की आवाज भी सुनाई गई।
सरेशाम अपहरण से हंगामा मच गया। पुलिस टीमें और क्राइम ब्रांच मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रेस कर पीछे लग गईं। भदोही के सुरियावां में कार सवार अपहर्ता को घेरकर मुठभेड़ कर पुलिस ने अपहर्ता संजय यादव निवासी कटका, झूंसी को मार गिराया। कार में रणवीर सकुशल मिल गया। एसएसपी अतुल शर्मा का कहना है कि अपहर्ता को पुलिस की गोली लगी या उसने खुद को गोली मारी, इसकी जांच की जा रही है।
रोड पर लाइव एनकाउंटर
रणवीर का अपहरण फिल्मी कहानियों सरीखा हुआ। पुराने ड्राइवर ने साजिश रचकर बच्चे को अगवा किया। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और लोकेशन ट्रेस कर सुरियावां पहुंचने पर लाइव एनकाउंटर शुरू कर दिया।
भदोही रूट पर भागते वक्त ही अपहर्ता संजय यादव को एहसास हो गया कि पुलिस पीछे लगी है। उसने गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी। चूंकि कार में बच्चा था इसलिए पुलिस टीमें दूर से ही पीछा कर रही थीं। सुरियावां मोड़ पर अपहर्ता ने फायरिंग कर पुलिस को डराने की कोशिश की। क्राइम ब्रांच ने संजय की कार को निशाना बनाया। दोनों टायर में गोली मारी गई। टायर पंचर होने के बाद भी बदमाश कार दौड़ाता रहा।
सड़क पर दौड़ती कार, फायरिंग, पुलिस को देख हर कोई सकते में आ गया। अपहर्ता दोनों तरफ से घिर गया था। ऐसे में एक दो बार उसने मासूम रणवीर को खिड़की के बाहर किया ताकि पुलिस गोली चलाना बंद कर दे। इस बीच अपहर्ता मार गिराया गया। पहले अपहरण की सनसनी, फिर मुठभेड़ की गूंज खाकी के इकबाल को जिंदा कर गई। बच्चे को सकुशल पाकर पुलिस फूली नहीं समा रही है।
आइजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि अपहर्ता की कार का पीछा करने में आम जनता ने भी काफी सहयोग किया। कार में बच्चा था इसलिए पुलिस सीधे अटैक नहीं कर रही थी। पहले फायरिंग अपहर्ता ने की, फिर पुलिस ने जवाब में टायर में गोली मारी।
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