Business News: सरसों तेल के थोक दाम में फिर तेजी, प्रयागराज में बिक्री में हो गई गिरावट
सरसों के तेल के दाम में फिर तेजी हुई है। सरसों के तेल का थोक रेट 20 से 30 रुपये चढ़कर 2700 रुपये 15 किलो टिन हो गया है। इससे फुटकर रेट में भी तेजी के आसार हैं। बिक्री में भी करीब 20 से 25 फीसद की गिरावट हुई है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पिछले कुछ दिनों से खाद्य तेलों की थोक कीमतों में तेजी का रुख बना है। सरसों के तेल के दाम में फिर तेजी हुई है। सरसों के तेल का थोक रेट 20 से 30 रुपये चढ़कर 2700 रुपये 15 किलो टिन हो गया है। इससे फुटकर रेट में भी तेजी के आसार हैं। अन्य खाद्य तेलों की कीमतें स्थिर हैं। इधर बिक्री में भी करीब 20 से 25 फीसद की गिरावट हुई है।
सरसों का फुटकर रेट भी अब बढ़ना है तय
पिछले सप्ताह की बात करें तो गुरुवार को सरसों के तेल का थोक रेट 2670 से 2680 रुपये, रिफाइंड 2290 और पामोलिन 2170 रुपये 15 किलो का टिन था। उसके पहले के सप्ताह में सरसों के तेल का थोक रेट 2650 रुपये से 10 रुपये गिरकर 2640 रुपये प्रति 15 किलो का टिन, रिफाइंड का दाम 10 से 20 रुपये घटकर 2260-70 रुपये प्रति 15 लीटर टिन और पामोलिन का रेट 2140 रुपये एवं डालडा का रेट 1775 रुपये हो गया था। इस सप्ताह सरसों के तेल का रेट बढ़कर 2700 रुपये 15 किलो का टिन हो गया है। डालडा का दाम 1800 रुपये हो गया है। फुटकर में सरसों के तेल का दाम 165 से 170, रिफाइंड का दाम 155 से 160 और पामोलिन का रेट 120 से 125 रुपये है। लेकिन, अब सरसों के फुटकर रेट में एक से दो रुपये की वृद्धि होनी तय है।
तेजी की वजह से बिक्री में आई है कमी
बता दें कि पिछले महीने खाद्य तेलों की कीमतों में शुरू हुई वृद्धि पर इस माह के शुरुआत में अंकुश लग गया था। चीनी का दाम 38 सौ रुपये किलो है। इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि सरसों के तेल के दाम में थोड़ी तेजी हुई है। खाद्य तेलों में तेजी होने के कारण इधर बिक्री में भी कमी हुई है।