40 फीसद से कम सवारी होने पर स्थगित रहेगी बस सेवा, प्रयागराज परिक्षेत्र में आय बढ़ाने के लिए प्रयास
कोरोना कर्फ्यू की वजह से रोडवेज के प्रयागराज परिक्षेत्र में यात्रियों की संख्या घटी है। इससे नियमित आय भी प्रभावित हुई है। वहीं अनुबंधित बस संचालकों पर रोड टैक्स का बोझ बढ़़ रहा है। परिक्षेत्र के आठ डिपो में कुल 612 बसों का संचालन किया जाता है।
By Ankur TripathiEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 07:38 AM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 07:38 AM (IST)
प्रयागराज, जेएनएन। बस अड्डे पर उपलब्ध यात्रियों के अनुसार ही रोडवेज की बसों का संचालन किया जाएगा। इसके अलावा पर्याप्त सवारी मिलने पर ही अनुबंधित बसें चलेंगी। इसके अलावा कुछ बसों के दस्तावेज आरटीओ में सरेंडर भी किए जाएंगे। घाटा कम करने के लिए तमाम ऐसे प्रयास किए जा रहे।
सवारी नहीं मिलने से आय घटकर आधी हो गई
दरअसल, कोरोना कर्फ्यू की वजह से रोडवेज के प्रयागराज परिक्षेत्र में यात्रियों की संख्या घटी है। इससे नियमित आय भी प्रभावित हुई है। वहीं, अनुबंधित बस संचालकों पर रोड टैक्स का बोझ बढ़़ रहा है। परिक्षेत्र के आठ डिपो में कुल 612 बसों का संचालन किया जाता है। इससे करीब 65 लाख रुपये प्रतिदिन कमाई होती थी। लेकिन, सवारी नहीं मिलने से आय घटकर आधी हो गई है। इससे नुकसान उठाना पड़ रहा है। मामले को लेकर 13 मई को अपर प्रबंध निदेशक ने वर्चुअल बैठक की थी। इसमें अधिकारियों को निर्देश दिया कि लोड फैक्टर 40 फीसद से कम होने पर सत्यापन कर समय व रूट को ऐसे रिशेड्यल करें ताकि पर्याप्त सवारी मिल जाए। ऐसा न होने पर अस्थाई रूप से संचालन स्थगित कर दिया जाए। कहा कि संचालन में कमी का आकलन करते हुए जून में कुछ बसों को सरेंडर कराएं। रास्ते में मिलने वाल सवारियों को बैठाएं और बाईपास सेवा के रूप में संचालन न करें।
क्षेत्रीय प्रबंधक का कहना
आय बढ़ाने और नुकसान कम करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए यात्रियों की उपलब्धता और रोस्टर के अनुसार ही बसों का संचालन कराया जा रहा है।
- टीकेएस बिसेन, क्षेत्रीय प्रबंधक, प्रयागराज परिक्षेत्र
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