10वीं मंजिल पर चढ़ MNNIT का छात्र बोला-पास आने की कोशिश मत करना वरना कूद जाऊंगा Prayagraj News
एमएनएनआइटी के छात्र ने संस्थान से सस्पेंड होने के बाद नाटक रचा। वह निर्माणाधीन हॉस्टल की 10वीं मंजिल पर चढ़कर कूदने की धमकी देकर लोगों के होश उड़ा दिए।
प्रयागराज, जेएनएन। ...कोई भी मेरे पास आने की कोशिश मत करना, वरना मैं नीचे कूद जाऊंगा। यह चेतावनी दे रहा था एमएनएनआइटी में बीटेक का छात्र, जो निर्माणाधीन हॉस्टल की 10वीं मंजिल पर चढ़ा था। उससे नीचे उतरने की गुजारिश करने वाले चौकी इंचार्ज थे, जिनके सामने वह धमकी दे रहा था। कुल मिलाकर सीन तो शोले फिल्म का ही नजर आ रहा था लेकिन पटकथा में अंतर था। यहां वीरू तो चढ़ा था लेकिन किसी लड़की के चक्कर में नहीं, बल्कि साथी छात्र से झगड़े में सस्पेंड किए जाने से नाराज होकर।
सस्पेंड किए गए बीटेक के छात्र ने किया घंटे भर ड्रामा
शिवकुटी इलाके में अपट्रान चौराहा के पास सोमवार की देर शाम बीटेक छात्र ने घंटे भर तक ड्रामा किया। साथी छात्र से झगड़े में सस्पेंड किए जाने से नाराज एमएनएनआइटी के छात्र बलवंत सिंह ने निर्माणाधीन हॉस्टल की 10वीं मंजिल पर चढ़कर कूदने की धमकी देने लगा। इस दौरान वहां सैकड़ों की भीड़ जुट गई। सभी सशंकित थे। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस के साथ ही कॉलेज के अधिकारियों ने उसे किसी तरह मनाकर नीचे उतारा गया। फिर वापस हॉस्टल के उसके कमरे में भेजा। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल रहा।
एमएनएनआइटी के हॉस्टल में रहता है छात्र बलवंत
मथुरा में राया क्षेत्र निवासी बनवारी लाल का पुत्र बलवंत सिंह (23) एमएनएनआइटी में बीटेक (मेकेनिकल) अंतिम वर्ष का छात्र है। वह संस्थान परिसर स्थित मेघा हॉस्टल में रहता है। तीन दिन पहले एक छात्र से झगड़े के बाद उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी। तब से वह बेहद उदास था। सोमवार शाम छात्र बलवंत अपट्रान चौराहे के पास निर्माणाधीन हॉस्टल पहुंचा। इसके बाद वह निर्माणाधीन हॉस्टल की 10वीं मंजिल पर चढ़ गया और वहां से नीचे कूदने की धमकी देने लगा।
उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी, आश्वासन पर मान गया छात्र
छात्र के निर्माणाधीन हॉस्टल की 10वीं मंजिल पर चढऩे और कूदने की धमकी की जानकारी होने पर वहां भीड़ लग गई। इसी बीच पुलिस को भी सूचना दी गई। चौकी प्रभारी नारायणी आश्रम शिवचंद्र फोर्स के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने 10 वीं मंजिल पर जाकर बलवंत को समझाया। वहीं कॉलेज प्रशासन के कई अधिकारी और वार्डन भी आ गए। उसे किसी तरह यह कहकर मनाया गया कि अब उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। आदेश निरस्त कर दिया जाएगा। इसके बाद वह नीचे उतरा। पुलिस ने उससे पूछताछ की।