विधान सभा व विधान परिषद चुनाव में हार से बसपा ने ली सीख, निकाय चुनाव के लिए बनाई योजना
कभी प्रतापगढ़ जिले में बसपा के तीन विधायक चुने गए थे। वह स्वर्णिम वक्त फिर लौटाने काे पार्टी ने प्रयास शुरू किया है। अब पार्टी निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए संगठनात्मक रणनीति में बदलाव करते हुए 50 प्रतिशत पद पर युवाओं को जगह दी है।
प्रयागराज, जेएनएन। विधान सभा और विधान परिषद के चुनाव में पराजय मिलने से बसपा ने सीख ली है। अब वह निकाय चुनाव में कोई चूक नहीं करना चाहती। इसके लिए संगठनात्मक स्वरूप में बदलाव किया है। इसमें युवाओं को अधिक महत्व दिया जा रहा है। यूपी के प्रतापगढ़ में बसपा ने निकाय चुनाव के लिए रणनीति बनाई है।
प्रतापगढ़ में कभी बसपा के तीन विधायक चुने गए थे : एक समय था जब प्रतापगढ़ जिले में बसपा के तीन-तीन विधायक चुने गए थे। वह स्वर्णिम वक्त फिर से लौटाने का पार्टी ने प्रयास शुरू कर दिया है। अब पार्टी निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए संगठनात्मक रणनीति में बदलाव करते हुए 50 प्रतिशत पद पर युवाओं को जगह दी है।
हाईकमान ने दिए संकेत : यूथ का संगठन इस दल में बहुजन वालंटियर फोर्स होता है। इसमें युवाओं को खास तवज्जो दी जा रही है। यही नहीं, सेक्टर स्तर पर नियुक्त होने वाले सचिव की अधिकतम उम्र 30 से 35 वर्ष निर्धारित की जा रही है। साथ ही पार्टी टिकट देते समय भी यूथ को महत्व देगी। साथ ही पार्टी सभासद से लेकर सभी टाउन एरिया के अध्यक्ष व नगर पालिकाध्यक्ष का भी चुनाव लड़ेगी। ऐसे संकेत हाईकमान की ओर से आए हैं।
सोशल इंजीनियरिंग का भी फार्मूला : इसके साथ ही संगठन में ब्राह्मण, पिछड़ा वर्ग व मुस्लिम को भी दलितों के बराबर जगह दी जा रही है। सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला पार्टी ने छोड़ा नहीं है। सर्वजाति की ओर मोड़ दिया है। इस मानक का उल्लंघन नहीं होने पाए इसके लिए कोऑर्डिनेटर स्तर पर मानिटरिंग भी हो रही है। अभी हाल ही में पूर्व राज्य सभा सदस्य व बसपा के राष्ट्रीय महासचिव मुनकाद अली आए थे। बैठक में समीक्षा की थी। इसके पहले डा. अशोक गौतम समेत कई नेता आए थे। पार्टी अब अपनी गतिविधियों को मीडिया से भी साझा करती है।
बसपा जिलाध्यक्ष व महासचिव क्या कहते हैं : बसपा के जिलाध्यक्ष लालचंद गौतम और महासचिव कमलेश विश्वकर्मा कहते हैं कि चुनाव की क्या रणनीति होगी, यह तो हाईकमान से तय होगा, लेकिन संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत करने का काम चलता रहता है। यह सही है कि यूथ को जोडऩे पर फोकस किया जा रहा है।