बीएसई के सीईओ आशीष चौहान बने इविवि के कुलाधिपति
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आशीष चौहान को इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) का नया कुलाधिपति नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति और इविवि के विजिटर रामनाथ कोविंद ने बुधवार को पांच वर्ष के लिए कुलाधिपति की नियुक्ति की है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आशीष चौहान को इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) का नया कुलाधिपति नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति और इविवि के विजिटर रामनाथ कोविंद ने बुधवार को पांच वर्ष के लिए कुलाधिपति की नियुक्ति की है।
इविवि की वेबसाइट और दस्तावेजों में अब तक शिक्षाविद प्रोफेसर गोवर्धन मेहता का नाम कुलाधिपति के रूप में दर्ज था। जबकि 12 जून 2017 को उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है। प्रोफेसर मेहता ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को इस्तीफा भी भेज दिया था। 29 जून 2019 को मंत्रालय ने 10 दिन के भीतर कुलाधिपति पद के लिए देश के नामी विज्ञानी अथवा प्रबुद्ध व्यक्तियों के नाम मागे थे। 16 अगस्त 2019 को इविवि की तरफ से नए कुलाधिपति के लिए पाच नामों का पैनल तैयार कर मंत्रालय को भेजा गया था। इनमें शिक्षाविद प्रो. केबी पाडेय, बालीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन, बीएचयू और केजीएमयू लखनऊ के कुलपति रह चुके प्रो. हरि गौतम, उत्तर प्रदेश के शिक्षामंत्री रहे डॉ. रवींद्र शुक्ल, जस्टिस सखाराम यादव और इसरो के पूर्व चेयरमैन के कस्तूरीरंगन का नाम था। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने सभी नाम को खारिज कर दिया। मंत्रालय के उपसचिव सूरत सिंह ने 28 अगस्त 2020 को इविवि प्रशासन को पत्र भेजकर नए सिरे से पाच नाम मागे। 24 फरवरी 2021 को इविवि प्रशासन ने कार्य परिषद के एजेंडे में इस मसले को प्रमुखता से शामिल किया। बैठक में तय हुआ कि कार्य परिषद के सभी सदस्य कुलपति को सीधे ई-मेल कर दो-दो नाम सुझाएंगे। तकरीबन सभी सदस्यों ने नाम भेजे। इसके स्क्रीनिंग कर पाच नाम पर सहमति बनी। फिर सर्वसम्मति से मुहर लगने के बाद सीलबंद लिफाफे में पाच नाम मंत्रालय को भेजे गए। इसके बाद राष्ट्रपति ने बीएसई के सीईओ आशीष चौहान को पांच वर्ष के लिए इविवि का कुलाधिपति नियुक्त किया। उन्होंने आइआइटी मुंबई से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक तथा आईआईएम कोलकाता से पीजीडीएम की उपाधि हासिल की है। बीएसई की स्थिति में सुधार लाने का श्रेय
आशीष चौहान को बीएसई की स्थिति में सुधार लाने और बेहद सफल आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आइपीओ) और मजबूत कारोबारी विस्तार का श्रेय जाता है। वह 2009 में बीएसई के डिप्टी सीईओ बने थे। दो नवंबर 2012 को पाच साल के लिए उन्हें बीएसई का प्रबंध निदेशक एवं सीईओ बनाया गया था। इससे पहले एक्सचेंज के निदेशक मंडल ने दो नवंबर 2017 से एक नवंबर 2022 तक पाच साल के लिए चौहान के बीएसई के प्रबंध निदेशक व सीईओ पद पर पुन: नियुक्ति को मंजूरी दी थी। आइपीएल क्रिकेट टीम के भी रहे सीईओ
आशीष चौहान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के संस्थापक सदस्यों की टीम में भी थे। वह 1992 से 2000 तक एनएसई में रहे थे। वर्ष 2000 से 2009 वह रिलायंस समूह के प्रेसिडेंट एवं मुख्य सूचना अधिकारी रह चुके हैं। वह शुरुआती वर्षो में आइपीएल क्रिकेट टीम मुंबई इंडियंस के सीईओ भी रहे। बीएसई में उन्हें एशिया के सबसे पुराने एक्सचेंज की स्थिति सुधारने और उसे दुनिया का सबसे तेज एक्सचेंज बनाने का श्रेय जाता है। जल्द इविवि आएंगे कुलाधिपति
दैनिक जागरण से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान नवनियुक्त कुलाधिपति ने बताया कि वह जल्द ही इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहुंचेंगे। उन्हें इविवि खुलने का इंतजार है। इसके बाद यहां वह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वार्ता भी करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा सदैव प्रयास रहेगा कि इविवि को शीर्ष पर ले जाएं।