बीएसए का फरमान, गैर शैक्षणिक कार्य में लगे जनपद के सभी शिक्षक अपने मूल विद्यालय लौटे
समन्वयक प्रशिक्षण डॉ. विनोद मिश्र का कहना है कि प्रयागराज में 98 एआरपी (अकादमिक रिसोर्स पर्सन) तीन एसआरजी (स्टेट रिसोर्स पर्सन) व छह समन्वयक हैं। यदि इस आदेश पर अमल किया गया तो मिशन प्रेरणा का संचालन प्रभावित होगा। वह अपने लक्ष्य से पूरी तरह भटक जाएगा।
प्रयागराज,जेएनएन। परिषदीय स्कूलों के वह शिक्षक जो गैर शैक्षणिक कार्यों में लगे हैं उन्हें अपने मूल नियुक्ति के स्थान पर भेजा जाए। यह निर्देश उच्च न्यायलय ने जारी किया है। स्कूल शिक्षा महानिदेशक को भी जरूरी कदम उठाने के लिए कहा गया है। बीएसए के अनुसार जिले में आदेश का अनुपालन कराने के लिए निर्देश जारी हो चुका है। कोई भी शिक्षक अब कहीं संबद्ध नहीं है। उधर, इस आदेश की परिधि में एआरपी, एसआरजी व समन्वयक भी आ रहे हैं। इससे मिशन प्रेरणा का लक्ष्य भी प्रभावित हो सकता है।
समन्वयक प्रशिक्षण डॉ. विनोद मिश्र का कहना है कि प्रयागराज में 98 एआरपी (अकादमिक रिसोर्स पर्सन), तीन एसआरजी (स्टेट रिसोर्स पर्सन) व छह समन्वयक हैं। यदि इस आदेश पर अमल किया गया तो मिशन प्रेरणा का संचालन प्रभावित होगा। वह अपने लक्ष्य से पूरी तरह भटक जाएगा। इसके अतिरिक्त कई अन्य तकनीकी समस्याएं भी आएंगी। मसलन समन्वयक का पद प्रतिनियुक्ति का है। कुछ लोगों का कैडर भी अलग है। वह दूसरे प्रदेश से आते हैं। फिलहाल स्कूल शिक्षा महानिदेशक की तरफ से जो निर्देश मिलेगा उसका अनुपालन होगा।
अभी हम सभी का प्रयास है कि मिशन प्रेरणा के लक्ष्य को हासिल किया जाए। स्कूलों में पठन पाठन के स्तर को भी बेहतर बनाएं। इस संबंध में बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा का कहना है कि अभी डीसी, एआरपी व एसआरजी को लेकर कोई निर्देश नहीं मिला है। सिर्फ उन्हीं शिक्षकों की बात है जो अपने विद्यालय से हटकर किसी और कार्यालय से संबद्ध किए गए हैं। उनकी प्राथमिकता स्कूल में शिक्षण कार्य है।