प्रतापगढ़ में महिला से दुष्कर्म के आरोप में सांसद के प्रतिनिधि का भाई पुलिस हिरासत में
विवाहिता का आरोप है कि उसके गाव के रहने अतुल पाडेय ने अपने पंपिंग सेट के कमरे में रविवार को रात करीब साढ़े नौ बजे उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला के पति ने फौरन डायल 112 पुलिस को फोन करके घटना की जानकारी दी।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ में नगर कोतवाली क्षेत्र की एक विवाहित महिला ने सांसद संगमलाल गु्प्ता के प्रतिनिधि के भाई पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा लिखकर आरोपित व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है। घटना की छानबीन की जा रही है।
रविवार रात की बताई घटना
विवाहिता का आरोप है कि उसके गांव के रहने अतुल पांडेय ने अपने पंपिंग सेट के कमरे में रविवार को रात करीब साढ़े नौ बजे उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला के पति ने फौरन डायल 112 पुलिस को फोन करके घटना की जानकारी दी। कोतवाल प्रवीण कुशवाहा, सीओ सिटी अभय पांडेय मौके पर पहुंचे और पीड़िता से पूछताछ करने के बाद आरोपित अतुल पाडेय को हिरासत में लिया।
आरोपित से हो रही पूछताछ
पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया। साथ ही उसे मेडिकल टेस्ट के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिस आरोपित अतुल से पूछताछ कर रही है। अतुल सरकारी कर्मचारी और सांसद संगम लाल गुप्ता के प्रतिनिधि अभिषेक पांडेय का भाई है। प्रतिनिधि अभिषेक का कहना है कि उनका पट्टीदार से जमीन का विवाद चल रहा है, जिसे लेकर वर्ष 2018 में मारपीट हुई थी। साजिश के तहत उनके भाई पर दुष्कर्म का आरोप लगाया गया है।
घटना की हो रही जांच
जिस महिला ने यह आरोप लगाया है कि इसके पहले भी वह कई लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करा चुकी है। इस बारे में एसपी अनुराग आर्य का कहना है कि सामूहिक दुष्कर्म की सूचना डॉयल 112 पुलिस को दी गई थी। इस पर तत्काल मौके पर कोतवाल, सीओ सिटी, एएसपी पूर्वी को भेजा गया। मौके पर महिला ने अतुल पांडेय पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। मुकदमा दर्ज करके आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
सामूहिक दुष्कर्म की सूचना से खलबली
रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे डॉयल 112 पुलिस को एक व्यक्ति ने सूचना दी कि अनुसूचित जाति की महिला से चार लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया है। वह अतुल पांडेय और तीन अन्य पर आरोप लगा रही थी। यह सुनते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गई। तत्काल डॉयल 112 पुलिस के साथ कोतवाल प्रवीण कुशवाहा, सीओ सिटी अभय पांडेय मौके पर पहुंचे। मौके पर जब पुलिस को यह पता चला कि दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला अनुसूचित जाति की नहीं है और न ही उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है, तब पुलिस ने राहत की सास ली। महिला ने पुलिस से सिर्फ अतुल पांडेय का नाम ही लिया।
अनैतिक काम में धकेलने का लगाया था आरोप
जिस महिला ने अतुल पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। उसने वर्ष 2016 में आरोप लगाया था कि वह वर्ष 2015 में मीरा भवन की रहने वाली एक महिला के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थी। उस दौरान 12 अप्रैल 2015 को महिला के घर पर रहे एक तात्रिक ने मंत्र से उसे अपने वश में कर लिया। उसके साथ करीब आठ महीने तक उस तात्रिक ने दोस्तों के साथ दुष्कर्म किया। फिर उसे होटलों में भेजकर दुष्कर्म कराया। फिर उसे नैनी के एक रेस्टोरेंट में बेच दिया था, जहां पर अनैतिक काम होता था। इस महिला ने पुलिस के सुनवाई न करने का आरोप लगाते हुए महिला आयोग दिल्ली में शिकायत की थी। आयोग के आदेश पर सात अक्टूबर 2016 को दिल्ली के गोविंदपुरी थाने में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।