प्रयागराज में खून के दलालोंं की मिलीभगत से नाबालिग का भी निकाल लिया ब्लड
अस्पताल की सीएमएस ने लैब टेक्निशियन को वहां से हटा दिया है। अब सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जो भी ब्लड बैंक में ब्लड देने आएगा उसे पहले आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र दिखाना होगा जिससे प्रमाणित हो सके कि वह 18 साल से ज्यादा उम्र का है।
प्रयागराज, जेएनएन। बेली अस्पताल यानी तेजबहादुर सप्रू के ब्लड बैंक में एक लैब टेक्निशियन को उसकी लापरवाही भारी पड़ गई। उसने 17 साल के एक किशोर के शरीर से ब्लड निकाला जो नियम के अनुसार गलत है। 18 साल से कम उम्र के लोगों का ब्लड नहीं लिया जा सकता। ऐसे में अस्पताल की सीएमएस ने लैब टेक्निशियन को वहां से हटा दिया है। अब सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जो भी ब्लड बैंक में ब्लड देने आएगा उसे पहले आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र दिखाना होगा जिससे यह प्रमाणित हो सके कि वह 18 साल से ज्यादा उम्र का है। इसके बाद ही रक्तदान करने की अनुमति दी जाएगी।
शाम को होता है खून के दलालों का जमावड़ा
बेली ब्लड बैंक के आसपास शाम के समय दलालों का जमावड़ा होता था। इसमें ब्लड दिलाने के नाम पर जरूरतमंदों से रुपयों की वसूली भी होती थी। दलाल किसी को भी बुलाकर ब्लड निकलवा देते थे और उसके बाद रुपयों की बंदरबांट हो जाती थी। इसमें ब्लड बैंक के कुछ लोगों की भी मिलीभगत होती थी। इस तरह की शिकायतें आए दिन मिल रही थी, पिछले दिनों ऐसा ही एक मामला सामने आया तो अस्पताल की सीएमएस ने मामले की जांच कराई तो इसका खुलासा हुआ। एक लैब टेक्निशियन ने एक 17 साल के किशोर का ब्लड निकाला था इस पर लैब टेक्निशियन को ब्लड बैंक से हटा दिया गया है। इस तरह के कई मामले यहां पहले भी हो चुके हैं। यदि हाल रहा तो कुछ और लोगों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
सीएमएस का है कहना
डॉ. किरन मलिक, सीएमएस, बेली अस्पताल का कहना है कि ब्लड बैंक के बारे में मुझे कई दिनों से शिकायतें मिल रही थीं। अनियमितताएं भी सामने आईं। इसमें शामिल एक कर्मचारी को हटा दिया गया है। अब कोई ब्लड देने के लिए ब्लड बैंक में आता है तो पहले उसको आधार कार्ड दिखाना होगा। 18 साल से उपर के लोगों का ही ब्लड निकाला जाएगा।