किराए के कमरे से अपने चार मंजिला मुकाम तक पहुंचा प्रयागराज में BJP का दफ्तर, जानिए कार्यालय का इतिहास
पंडित राघवेंद्र मिश्र के अनुसार किराए के जिस बंगले में पार्टी का दफ्तर चल रहा था वह जीर्ण शीर्ण हो चुका था। यह बात प्रदेश व राष्ट्रीय पदाधिकारियों तक पहुंचाई गई और पार्टी के लिए एक स्थायी कार्यालय की मांग की गई जिस पर सहमति बन गई।
प्रयागराज, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी के प्रयागराज कार्यालय का रविवार 28 फरवरी को वर्चुअल उद्घाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया। सफर काफी लंबा रहा है। शहर के हीवेट रोड पर दो किराए के कमरों से कार्यालय की शुरूआत आज चार मंजिल तक पहुंच गई है। हालांकि पार्टी तब जनसंघ हुआ करती थी जो अप्रैल 1980 में भारतीय जनता पार्टी हो गई। पार्टी कार्यालय के नवनिर्मित भवन को लेकर कार्यकर्ता बहुत ही हर्षित हैं, आइए जानते हैं भाजपा कार्यालय का सफरनामा।
पहले मोतीमहल सिनेमा के पास हीवेट रोड पर था कार्यालय
भारतीय जनता पार्टी के सन् 1999 से 2003 तक जिलाध्यक्ष रहे वयोवृद्ध नेता पं. राघवेंद्र मिश्र बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से पहले जनसंघ हुआ करती थी। 21 अक्टूबर 1951 में जनसंघ की स्थापना हुई तो इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में भी पार्टी कार्यालय खोला गया। उन्होंने बताया कि मैं 1962 में भारतीय जनसंघ से जुड़ा तब शहर के मोतीमहल सिनेमा हाल के समीप हीवेड रोड पर पुरुषोत्तम साहू जी की दुकान के ऊपर खपरैल की छत वाले दो कमरे बने हुए थे जिसमेंं जनसंघ का कार्यालय खुला था। काफी समय तक यहीं जनसंघ का कार्यालय चला फिर वह बिल्डिंग बिक गई थी।
कुछ समय तक टैगोर टाऊन में भी रहा था भाजपा कार्यालय
वर्ष 2003 से 2007 तक भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे नरेंद्रदेव पांडेय बताते हैं कि पार्टी कार्यालय हीवेट रोड से हटने के बाद शहर में कई अन्य जगहों पर किराए पर संचालित होता रहा है। वर्ष 1992-93 में डॉ. मुरली मनोहर जोशी के घर के पास टैगोर टाउन में किराए के भवन से संचालित होता रहा। फिर 1995-96 में वर्तमान टीबी सप्रू मार्ग पर किराए के भवन में पहुंचा था।
डॉ.जोशी के प्रयासों से पार्टी को मिला सप्रू मार्ग का बंगला
नरेंद्रदेव पांडेय ने बताया कि वर्तमान टीबी सप्रू रोड पर जहां पार्टी कार्यालय है। वह किसी का पुराना बंगला था। उसमें कुछ अन्य लोगों का भी अवैध कब्जा था जिससे दिक्कत हो रही थी। डॉ. जोशी उस समय मानव संसाधन विकास मंत्री थे, उन्होंने प्रयास करके उक्त बंगले को पार्टी के नाम आवंटित कराया था। उस समय बादल चटर्जी एडीएम सिविल सप्लाइज थे, उन्होंने बंगले को 1998 में भाजपा कार्यालय के लिए आवंटित कर दिया था। तब से उसी बंगले में पांच-साढ़े पांच सौ रुपये माह किराए पर कार्यालय चल रहा था।
पार्टी कार्यालय के लिए 2014 में खरीदा गया था बंगला
पंडित राघवेंद्र मिश्र के अनुसार किराए के जिस बंगले में पार्टी का दफ्तर चल रहा था वह जीर्ण शीर्ण हो चुका था। यह बात प्रदेश व राष्ट्रीय पदाधिकारियों तक पहुंचाई गई और पार्टी के लिए एक स्थायी कार्यालय की मांग की गई जिस पर सहमति बन गई। बंगले के मालिक शिवदर्शन अग्रवाल से बात की गई तो वे तैयार हो गए और 2014 में रजिस्ट्री कराई गई फिर यहां पर कार्यालय भवन बनवाने का निर्णय लिया गया।
शिवचरणलाल रोड पर संघ दफ्तर से भी चला पार्टी का कार्य
साहित्य व सामाजिक कार्यों में रुचि रखने वाले व्रतशील शर्मा ने बताया कि 1952-60 के समय में 35 शिवचरण लाल रोड पर मोती पार्क के सामने ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यालय था जहां से भारतीय जनसंघ का काम भी होता था। अधिवक्ता और भारतीय जनसंघ से जुड़े पंडित हरिनाथ पांडेय ने उन्हें बताया था कि तब शिवचरणलाल रोड के कार्यालय में विश्व हिंदू परिषद के संस्थापक रहे अशोक सिंघल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे रामप्रकाश जी रहते थे। रज्जू भईया और पंडित दीनदयाल उपाध्याय भी आया करते थे। बाद में जनसंघ कार्यालय महाजनी टोला की गली में एक मकान के ऊपरी हिस्से में पहुंच गया था। प्रो. शिवाधार पांडेय तब जनसंघ के अध्यक्ष बनाए गए थे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग में रहे प्रो. पांडेय रिक्शा पर जनसंघ का झंडा लगाकर पार्टी का प्रचार किया करते थे।
2017 में रखी गई थी नए कार्यालय की आधारशिला
भाजपा के वर्तमान महानगर अध्यक्ष गणेश केशरवानी कहते हैं कि टीबी सप्रू रोड पर पार्टी के नए कार्यालय भवन की नींव वर्ष 2017 में 10 अक्टूबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी ने रखी थी। शिलान्यास में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। चार मंजिल के पार्टी कार्यालय में दो बड़े मीटिंग हाल, गेस्ट रूम, लाइब्रेरी, चार डारमेट्री अटैच शौचालय व आईटी सेल रूम, किचेन के अलावा सदर, गंगापार, यमुनापार के महानगर अध्यक्षों के बैठने के लिए अलग कमरों की व्यवस्था है।
नए दफ्तर से राष्ट्रवाद की धारा को और मिलेगी गति
भाजपा के महानगर अध्यक्ष गणेश केशरवानी के मुताबिक पार्टी का नया कार्यालय असंख्य कार्यकर्ताओं की चाह व मेहनत का परिणाम है। पार्टी का उद्देश्य हमेशा से मजलूमों और गरीबों का कल्याण रहा है। पार्टी का नया दफ्तर राष्ट्र निर्माण में सहायक तो होगा ही यहां से राष्ट्रवाद की धारा को और गति मिलेगी।