BJP: ...इन्होंने जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर बैठ भाजपा को मुकाम तक पहुंचाया, जानें-ये कौन हैं प्रयागराज की हस्तियां
1951 में जनसंघ की स्थापना से लेकर 1980 में भारतीय जनता पार्टी बनने तक कई हस्तियों ने इलाहाबाद अब प्रयागराज में जिला और महानगर अध्यक्ष की कुर्सी को सुशोभित किया। इनमें से कई के नाम और काम की गूंज प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचीं।
प्रयागराज, जेएनएन। भाजपा के अपने निजी कार्यालय में आने के पहले यहां पार्टी के जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर अनेक हस्तियां बैठ चुकी हैं जिन्होंने भाजपा को इस मुकाम तक पहुंचाने का काम किया, सत्ता की कुर्सी तक लेकर आए। इनमें प्रो. शिवाधार पांडेय, केशरीनाथ त्रिपाठी, तीरथराम कोहली, प्रभाशंकर पांडेय, श्रीनाथ द्विवेदी, राघवेंद्र मिश्रा आदि के नाम उल्लेखनीय हैं। आइए जानते हैं इन हस्तियों के बारे में।
प्रो. शिवाधार पांडेय थे जनसंघ के पहले जिला अध्यक्ष
पार्टी के वयोवृद्ध नेता और जिलाध्यक्ष रहे नरेंद्रदेव पांडेय बताते हैं कि 1951 में जनसंघ की स्थापना से लेकर 1980 में भारतीय जनता पार्टी बनने तक कई हस्तियों ने इलाहाबाद अब प्रयागराज में जिला और महानगर अध्यक्ष की कुर्सी को सुशोभित किया। इनमें से कई के नाम और काम की गूंज प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचीं। जनसंघ के दौर में प्रो. शिवाधार पांडेय पहले जिलाध्यक्ष थे जो उस समय इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के आचार्य हुआ करते थे। इसी कड़ी में पंडित भगवती प्रसाद शुक्ला, हीरालाल पांडेय, तीरथराम कोहली और पंडित केशरीनाथ त्रिपाठी के नाम आते हैं जिन्होंने जिलाध्यक्ष की कुर्सी को सुशोभित किया और पार्टी को एक बेहतर मुकाम तक भी पहुंचाया।
महानगर अध्यक्ष से राज्यपाल की कुर्सी तक पहुंचे केशरीनाथ
भाजपा जिला और महानगर अध्यक्षों में सबसे चमकदार नाम पं. केशरीनाथ त्रिपाठी का है जिन्होंने मंत्री व राज्यपाल के पद को भी सुशोभित किया। नरेंद्रदेव पांडेय बताते हैं कि केशरीनाथ त्रिपाठी जी जनसंघ के जमाने में सन् 1974 से 1976 तक इलाहाबाद महानगर अध्यक्ष थे फिर वह विधायक बने और 1977 में जनता पार्टी की सरकार में संस्थागत वित्त मंत्री बने थे। मिजोरम व पं.बंगाल के राज्यपाल की कुर्सी को भी सुशोभित किया।
1980 में भाजपा बनने के बाद यह रहे जिला और महानगर अध्यक्ष
भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रविंद्र मिश्रा बताते हैं कि 1980 में जनसंघ से जब भाजपा बनी तो पहले जिलाध्यक्ष रामशिरोमणि जी थे। उसके बाद श्रीनाथ द्विवेदी जी हुए, वे तीन बार जिलाध्यक्ष रहे थे। उनके बाद विभूतिनारायण सिंह फिर प्रभाशंकर पांडेय बने जो नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी चुने गए थे। उनके बाद क्रमश: पं. राघवेंद्र मिश्र, नरेंद्रदेव पांडेय, जनार्दन मिश्र, अमरनाथ यादव, रामरक्षा द्विवेदी जी जिलाध्यक्ष बने। फिर तीन अध्यक्ष होने लगे। महानगर के अलावा गंगापार और यमुनापार के अलग-अलग जिलाध्यक्ष होने लगे। अमरनाथ तिवारी गंगापार, श्रीदत्त पटेल यमुनापार के अध्यक्ष बने। वर्तमान में अश्विनी द्विवेदी गंगापार व विभवनाथ भारती यमुनापार व गणेश केसरवानी महानगर के अध्यक्ष हैं।
वर्ष 2016 के बाद से होने लगे पार्टी के तीन अध्यक्ष
नरेंद्रदेव पांडेय बताते हैं कि केशव मौर्य जी 2014 में फूलपुर से सांसद हुए थे। कुछ समय के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी हुए थे। उसी समय तीन अध्यक्षों की रूपरेखा बनाई थी। 2016 के बाद गंगापार, यमुनापार व महानगर के अलग अध्यक्ष होने लगे। बताया कि पहले अध्यक्ष का कार्यकाल दो साल का होता था लेकिन वह दो टर्म तक अध्यक्ष हो सकता था। अब अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का हो गया है लेकिन लगातार दो टर्म पद पर नहीं रह सकता है।