भइया दूज पर भाई के माथे पर तिलक लगा बहनों ने की लंबी उम्र की कामना
भइया दूज उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। वहीं कायस्थ समाज के लोगों ने चित्रगुप्त देव व सामूहिक कलम-दावात का पूजन किया। गंगा और यमुना घाटों पर भीड़ जुटी।
प्रयागराज : यम द्वितीया पर भाई और बहन के स्नेह का प्रतीक पर्व भइया दूज आस्था और परंपरा के साथ मनाया जा रहा है। बहन भाई के सिर से नारियल उतारकर उनके ऊपर आने वाले सारे विघ्नों को हरने की कामना की। मानसिक व शारीरिक कष्टों से छुटकारा प्राप्त करने के लिए यम द्वितीया पर सुबह यमुना स्नान करने के बाद यमुना जी व मां लक्ष्मी का पूजन भक्तों ने किया। मान्यता है कि ऐसा करने से अकाल मृत्यु के भय से छुटकारा भी मिलता है।
सामूहिक कलम-दवात पूजन :
यम द्वितीया के अवसर पर कायस्थ समाज के लोगों ने चित्रगुप्त देव और सामूहिक कलम-दावात का पूजन किया।
कायस्थ पाठशाला की ओर से भगवान चित्रगुप्त महाराज की पूजा और सामूहिक कलम-दवात पूजन शुक्रवार केपी कालेज में किया गया। इस दौरान श्री चित्रगुप्त वंशज सभा के अध्यक्ष समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। शाम को केपी कम्युनिटी सेंटर में मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। समारोह के मुख्य अतिथि उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा होंगे। जबकि अध्यक्षता केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष चौधरी राघवेंद्र नाथ सिंह करेंगे।
यम द्वितीया पर गंगा-यमुना के घाटों पर जुटी भीड़ :
यम द्वितीया के अवसर पर श्रद्धालुओं ने गंगा और यमुना नदियों के जल में स्नान कर पूजन-अर्चन किया। इस अवसर पर सुबह से ही बलुआघाट पर काफी चहल-पहल रही।
सुबह से ही स्नान का क्रम शुरू हुआ जो दिन भर जारी रहा। यहां एक माह तक लगने वाले कार्तिक मेले में श्रृंगार व घरेलू उपयोग की वस्तुओं की दुकानें भी सजी रहीं। खरीदारी के लिए महिलाओं की भीड़ जुटी रही। इसी प्रकार घूरपुर के भीटा में भी स्नानार्थी जुटे और सुजावनदेव का पूजन भी किया। वहीं श्रृंगवेरपुर समेत गंगा के विभिन्न स्नान घाटों पर भी भीड़ जुटी। लोगों ने गंगा के जल में स्नान कर पूजन किया।
मिठाई की दुकानों पर भीड़ :
दीपावली के बाद भइया दूज पर भी मिठाई की दुकानें सुबह से ही सज गई थीं। चौक, जानसेनगंज, कटरा, सिविल लाइंस के अलावा स्थानीय मोहल्लों के बाजार में मिठाई की लोगों ने अपनी सामथ्र्य के अनुसार खरीदारी की। हालांकि डिमांड अधिक होने के कारण मिलावटी खोवा से भी मिठाई बनाई गई। जानकारों के अनुसार खोवे में आटा, आलू मिलाया जाता है। भइया दूज पर बजार में खरीदारी के दौरान कई बार जाम की भी स्थिति मोहल्लों में बनी रही।
अन्नकूट व गोवर्धन पूजा की :
सम्पन्नता व शक्ति का पर्व अन्नकूट का पर्व गुरुवार को मनाया गया। इसमें राजा बली, गाय व बैल के गोबर के पहाड़ की पूजा करने का विधान किया गया। कई मंदिरों में गोवर्धन पूजा का भी आयोजन किया गया। गोवर्धन पूजा 56 प्रकार के पकवान अर्पित किए गए। श्राीराधा रमण जी महाराज मंदिर में शाम को गोवर्धन पूजा हुई।