प्रयागराज में महिलाओं ने थाना घेरा, आरोपितों को जेल भेजने की मांग, पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई का दिया आश्वासन
इंस्पेक्टर राकेश चौरसिया ने आक्रोशित महिलाओं से बात की और बताया कि आरोपितों के खिलाफ अभी कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिले हैं। हर ङ्क्षबदु की जांच की जा रही है। उनके मोबाइल की कॉल डिटेल मंगवाई गई है।
प्रयागराज,जेएनएन। जिले में सरायइनायत थाना क्षेत्र के यरना गांव में तीन दिन पहले हुई आइटीआइ के छात्र अरुण कुमार उर्फ गोलू की मौत का राज तीन दिन बाद भी नहीं खुल सका है। आरोपितों को पुलिस ने थाने में ही बैठा रखा है। इसे लेकर गुरुवार शाम को बड़ी संख्या में महिलाओं ने थाने का घेराव किया। पुलिस से आरोपितों को जेल भेजने की मांग की। इंस्पेक्टर राकेश चौरसिया ने महिलाओं को समझाकर शांत किया। आश्वासन दिया कि जांच चल रही है और इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अरुण की मौत का रहस्य तीन दिन बाद भी नहीं हो सका उजागर
यरना गांव निवासी राज नारायण के पुत्र अरुण कुमार उर्फ गोलू का शव मंगलवार सुबह घर के पीछे झाड़ी में पाया गया था। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी थी। डॉक्टरों ने बिसरा सुरक्षित कर लिया था। मृतक के स्वजनों ने चुनावी रंजिश को लेकर गांव के ही प्रधान समेत चार लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपितों को हिरासत में भी ले लिया था, लेकिन उनको जेल नहीं भेजा गया। गुरुवार शाम इसी को लेकर मृतक के परिवार समेत अन्य महिलाएं थाने पहुंचे गईं और घेराव कर दिया।
जांच के बाद ही कार्रवाई का दिया आश्वासन
आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ ही जेल भेजने की मांग की। इंस्पेक्टर राकेश चौरसिया ने आक्रोशित महिलाओं से बात की और बताया कि आरोपितों के खिलाफ अभी कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिले हैं। हर ङ्क्षबदु की जांच की जा रही है। उनके मोबाइल की कॉल डिटेल मंगवाई गई है।