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BEd Entrance Exam: साल्वर की मदद लेने वाली अभ्यर्थी ऊषा पर होगा मुकदमा, एसटीएफ कर रही तलाश

बीएड प्रवेश परीक्षा के दौरान शुक्रवार को हंडिया पोस्ट ग्रेजुएट कालेज से साल्वर दीक्षा उर्फ नेहा को पकड़ा था। साथ ही परीक्षा केंद्र के बाहर से गैंग के सरगना बालेंद्र सिंह पटेल को गिरफ्तार किया था। पता चला कि दीक्षा अभ्यर्थी ऊषा देवी के स्थान पर परीक्षा दे रही थी।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Sun, 08 Aug 2021 03:36 PM (IST)Updated: Sun, 08 Aug 2021 03:36 PM (IST)
एसटीएफ ऊषा के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रही है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बीएड प्रवेश परीक्षा के दौरान शुक्रवार को हंडिया पोस्ट ग्रेजुएट कालेज से साल्वर दीक्षा उर्फ नेहा को पकड़ा था। साथ ही परीक्षा केंद्र के बाहर से गैंग के सरगना बालेंद्र सिंह पटेल को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि दीक्षा अभ्यर्थी ऊषा देवी के स्थान पर परीक्षा दे रही थी। अब एसटीएफ ऊषा के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रही है। पूछताछ के दौरान वह फूट-फूट कर रोती भी रही।

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जल्द गिरफ्तारी नहीं तो लिखाया जाएगा केस

बीएड प्रवेश परीक्षा की प्रथम पाली में एसटीएफ ने शुक्रवार सुबह हंडिया स्थित पोस्ट ग्रेजुएट कालेज से साल्वर दीक्षा उर्फ नेहा पुत्री अशोक कुमार निवासी सालेपुर सठिगवां थाना चांदपुर जनपद फतेहपुर को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ कर परीक्षा केंद्र के बाहर से गैंग के सरगना बालेंद्र सिंह पटेल निवासी कुबरी तेंदुआ थाना शंकरगढ़ को भी पकड़ा था। बालेंद्र प्राथमिक विद्यालय टिकरहिकला शंकरगढ़ में शिक्षक हैं। दोनों से पूछताछ के बाद पता चला कि दीक्षा अभ्यर्थी ऊषा देवी पुत्री शिवकुमार निवासी पचेदा थाना कोरांव की जगह परीक्षा दे रही थी। उसके पास से अभ्यर्थी का आधारकार्ड भी बरामद हुआ था। हालांकि, ऊषा एसटीएफ के हाथ नहीं लगी। एसटीएफ के सीओ नवेंदु सिंह का कहना है कि ऊषा की तलाश हो रही है। जल्द ही अगर उसकी गिरफ्तारी नहीं होती है तो उसे वांटेड घोषित किया जाएगा।

जल्द अमीर बनने के लिए साल्वर गैंग में हुई थी शामिल

साल्वर दीक्षा उर्फ नेहा से एसटीएफ ने पूछताछ की तो उसने बताया कि वह एंबियस माल 10 लोनी गाजियाबाद स्थित एक निजी बैंक में रिसेप्शनिस्ट है। साल्वर गैंग में वह इसलिए शामिल हुई थी, ताकि कम समय में वह अमीर बन सके। परीक्षा देने पर 50 हजार रुपये मिलते थे और अभ्यर्थी के पास होने पर पांच से छह लाख रुपये मिल जाते थे। जल्द पैसा कमाने के इस चक्कर में अब वह जेल पहुंच गई है।


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