आयुर्वेद चिकित्सकों को सरकार का तोहफा, वह कर सकेंगे सामान्य सर्जरी, प्रयागराज के डॉक्टरों में खुशी
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. शारदा प्रसाद ने बताया कि अधिसूचना के मुताबिक आयुर्वेदिक अध्ययन के पाठ्यक्रम में सर्जिकल प्रक्रिया के लिए प्रशिक्षण माड्यूलर को जोड़ा जाएगा। इसके लिए अधिनियम का नाम बदलकर भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद स्नातकोत्तर (आयुर्वेद शिक्षा संशोधन) विनिमय 2020 कर दिया गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। सरकार ने आयुर्वेद चिकित्सकों के लिए बड़ी सौगात दी है। यानी अब आयुर्वेद चिकित्सक सिर्फ दवा से ही इलाज नहीं कर सकेंगे बल्कि वह सामान्य सर्जरी भी कर सकेंगे। इसके लिए सरकार की ओर से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। प्रयागराज के आयुर्वेद चिकित्सकों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। कहा, हम लोगों की लंबे समय से चल रही मांग को सरकार ने पूरा कर लिया है। अब हम लोग मरीजों का और बेहतर इलाज कर सकेंगे। इसके तहत चिकित्सक हड्डी रोग, नेत्र विज्ञान, नाक, कान और गला व दांतों से जुड़ी सर्जरी कर सकेंगे।
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. शारदा प्रसाद ने बताया कि अधिसूचना के मुताबिक, आयुर्वेदिक अध्ययन के पाठ्यक्रम में सर्जिकल प्रक्रिया के लिए प्रशिक्षण माड्यूलर को जोड़ा जाएगा। इसके लिए अधिनियम का नाम बदलकर भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद स्नातकोत्तर (आयुर्वेद शिक्षा संशोधन) विनिमय, 2020 कर दिया गया है। यानी नए नियमों के मुताबिक, आयुर्वेद के छात्र-छात्राएं पढ़ाई के दौरान ही सर्जरी का प्रशिक्षण ले सकेंगे।
आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. श्वेता सिंह कहती हैं जो मरीज आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से इलाज कराते हैं वह दूसरी पद्धति के जरिए इलाज नहीं कराना चाहते हैं ऐसे में उन्हें विभिन्न सर्जरी के लिए एलोपैथ के डॉक्टरों के पास जाना पड़ता था। अब ऐसा नहीं होगा, अब वह आयुर्वेद से ही सामान्य सर्जरी करा सकते हैं और स्वस्थ हो सकते हैं। यह व्यवस्था शीघ्र ही शुरू होने की संभावना है।