Ayodhya Shri Ram Mandir: अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि बोले- श्रीराम मंदिर के विरोधी ट्रस्ट को कर रहे बदनाम
Ayodhya Shri Ram Mandir अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि आरोप लगाने वाले वही लोग हैं जो श्रीराम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण का विरोध कर रहे थे। जब उसमें सफल नहीं हुए तब श्रीराम मंदिर निर्माण में विघ्न डालने की साजिश रच रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह व सपा नेता तेज नारायण पांडेय ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट पर जमीन खरीद में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। श्रीराम मंदिर के लिए तय दाम से कई गुना अधिक पर जमीन खरीदने का आरोप लगने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। राजनीति दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस सरसंघ चालक मोहन भागवत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेर रहे हैं। वहीं संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद खुलकर ट्रस्ट के समर्थन में खड़ा है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि आरोप लगाने वाले वही लोग हैं, जो श्रीराम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण का विरोध कर रहे थे। जब उसमें सफल नहीं हुए तब श्रीराम मंदिर निर्माण में विघ्न डालने की साजिश रची जा रही है।
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि ट्रस्ट का काम पूरी पारदर्शिता से होता है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की ईमानदारी पर किसी को संदेह नहीं है। जमीन खरीद पर बेबुनियाद आरोप लगाकर हिंदुओं को गुमराह करके मंदिर निर्माण को प्रभावित करने की साजिश रची जा रही है, जिसमें कोई सफल नहीं होगा।
वहीं, टीकरमाफी आश्रम पीठाधीश्वर स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी ने श्रीराम मंदिर जमीन की खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर चिंता व्यक्त की है। कहा कि मंदिर की जमीन में भ्रष्टाचार होने की उन्हें उम्मीद नहीं है। हालांकि लोगों का भ्रम दूर करने के लिए जिम्मेदार लोग मामले की जांच कराकर सत्यता सबके सामने लाएं।
कथावाचक शांतनु जी महाराज कहते हैं कि श्रीराम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण होने से हिंदुत्व विरोधी ताकतें बेचैन हैं। असुरों की भांति वो मंदिर निर्माण के पवित्र कार्य में विघ्न पैदा कर रहे हैं। मनगढ़ंत आरोप लगाकर सनातन धर्मावलंबियों की भावनाएं आहत करके मंदिर निर्माण रोकने की साजिश रची जा रही है, जिसमें कोई सफल नहीं होगा।
ओम नम: शिवाय संस्थान के संस्थापक प्रभु जी ने श्रीराम मंदिर के पवित्र कार्य में राजनीति करने पर रोष प्रकट किया है। कहा कि श्रीराम मंदिर हिंदुओं की आस्था, वैभव, गौरव व स्वाभिमान का प्रतीक है। उसमें किसी प्रकार का विघ्न न पैदा किया जाए। अगर श्रीराम मंदिर के मामले में नेता ओछी राजनीति करेंगे तो ईश्वर उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। इसकी सजा जरूर मिलेगी।