Ayodhya Ram Mandir : किन्नर अखाड़ा परिषद की महामंडलेश्वर प्रयागराज में बोलीं-भूमि पूजन से किन्नरों को दूर रखा जाना अनुचित
Ayodhya Ram Mandir अपने प्रयागराज आगमन के दौरान किन्नर अखाड़ा परिषद की महामंडलेश्वर ने राम मंदिर के भूमि पूजन में न बुलाए जाने पर अपनी पीड़ा व्यक्त की।
प्रयागराज, जेएनएन। अयोध्या श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन में न शामिल होने का मलाल किन्नर अखाड़ा को है। यह पीड़़ा किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने यहां व्यक्त की। उन्होंने कहा कि संतों व श्रीराम भक्तों ने सदियों तक जो संघर्ष किया था, उसका सुखद अंत हुआ। हालांकि मंदिर के भूमि पूजन में किन्नरों को नहीं बुलाना अनुचित निर्णय था।
कहा, भूमि पूजन से उन्हें दूर रखा जाना तकलीफदेह है
अपने प्रयागराज आगमन के दौरान उन्होंने कहा कि किन्नर, प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हैं। जब श्रीराम वनवास गए थे, तब किन्नर उनके इंतजार में 14 वर्षों तक तमसा नदी तट पर बैठे रहे। इस त्याग से प्रभु श्रीराम प्रसन्न हुए थे और अपने राज्याभिषेक में उन्हें ससम्मान आमंत्रित किया था, पर अब भूमि पूजन से उन्हें दूर रखा जाना तकलीफदेह है। इसके बावजूद किन्नर अखाड़ा हर स्तर पर मंदिर निर्माण में सहयोग देगा।
कोरोना वायरस के संक्रमण काल में किन्नर अखाड़ा लोगों की सहायता कर रहा
आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने बताया कि किन्नर अखाड़ा कोरोना वायरस के इस संक्रमण काल में लोगों की हर संभव मदद कर रहा है। लॉकडाउन के बाद से जुलाई माह तक हर प्रदेश में जरूरतमंद लोगों को मदद दी। करीब पांच सौ टन खाद्यान्न वितरित किया गया। पदाधिकारियों व उनसे जुड़ी संस्थाओं के जरिए सामग्री जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाई गई। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु में टीम ने दिन-रात खाद्य सामग्री वितरित की।
आचार्य महामंडलेश्वर ने कहा-आर्थिक रूप से संपन्न लोग मदद को आगे आएं
अखाड़ा से जुड़ी ओडिशा की महामंडलेश्वर मीरा मां, प्रयागराज की महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरि (टीना मां), दिल्ली में आर्यन पाशा, निशांत, दीपक, मनीष जैन आदि ने गरीबों की खूब मदद दी। आचार्य लक्ष्मीनारायण ने कहा कि महामारी लंबे समय तक चलेगी। मध्यम और गरीब वर्ग के लोग परेशान होंगे, इसलिए आर्थिक रूप से संपन्न लोगों को मदद के लिए आगे आना चाहिए।