Ayodhya Ram Mandir Bhumi Pujan वीएचपी की अपील, प्रयागराज के हर आंगन में दीप जले, श्रीराम की महिमा गाएं
Ayodhya Ram Mandir Bhumi Pujan विहिप कार्यकर्ताओं ने प्रयागराज वासियों से अपील की है कि रामनाम का दीप जलाकर लोग घराें में खुशियां मनाएं।
प्रयागराज, जेएनएन। अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर प्रयागराज के लोगों में भी काफी उत्साह है। इसी क्रम में फूलपुर के मैलहन में विश्व हिंदू परिषद की बैठक हुई। विहिप के पूर्व जिलाध्यक्ष सर्वेश मिश्रा की अध्यक्षता मेंं फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए हुई बैठक में विहिप पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने इस शुभ अवसर पर खुशी व्यक्त की।
500 वर्षों बाद शुभ घड़ी आई है : सर्वेश मिश्रा
विहिप के पूर्व जिलाध्यक्ष सर्वेश मिश्रा ने कहा कि 500 वर्षों बाद शुभ घड़ी आई है। श्रीराम को आराध्य मानने वालों के लिए पांच अगस्त का दिन राम मंदिर निर्माण को लेकर अविस्मरणीय और अलौकिक है। उन्होंने आग्रह किया कि बुधवार को सभी लोग अपने घरों पर दीप जलाएं। डॉ. धीरज मिश्रा ने अपील की कि अपने घरों में खुशी के दीप जलाने के बाद मंदिर में भजन-कीर्तन कर प्रसाद वितरण करें। बैठक मे भाजपा मंडल अध्यक्ष समरजीत मौर्य, चंचल पांडेय, रूद्र प्रताप सिंह, दीपक केसरवानी, बड़कू पटेल, हरकेश बिंद, विकास केसरवानी, सनी, अमृतांशु आदि मौजूद रहे।
रामनाम का दीप जलाकर मनाएं खुशियां
सहसों के देवनहरी गांव में धर्मसभा का आयोजन किया गया। इसमें आचार्य ओम प्रकाश शास्त्री ने कहा कि भगवान श्रीराम के 500 वर्षों बाद भव्य मंदिर निर्माण के लिए आज भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा होने जा रहा है। यह सनातन हिंदू धर्म के लिए बड़े सौभाग्य की बात है। इस उपलक्ष्य में हर हिंदू के आंगन में भगवान श्रीराम नाम का दीप जलाकर भजन-कीर्तन कर खुशियां मनाने का अवसर है।
दीप जलाएं व भजन-कीर्तन करें : आचार्य ओम प्रकाश
आचार्य ओम प्रकाश शास्त्री ने कहा कि भगवान श्रीराम का नाम मात्र लेने से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। हम लोगों के आराध्य देव श्रीराम का भव्य मंदिर निर्माण होने जा रहा है, जिसके लिए पूरा देश भक्तिमय है। साथ ही प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित है। उन्होंने सभी भक्तों से आग्रह किया कि इस शुभ अवसर पर लोग अपने घरों में दीप जलाकर खुशियां मनाएं और भजन-कीर्तन अवश्य करें। धर्म सभा के पहले लोक कल्याण के लिए मुख्य यजमान विनय उपाध्याय द्वारा भगवान भोलेनाथ का वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ रुद्राभिषेक किया।