प्रतीक्षा खत्म होने वाली है, बरात की आएगी बहार, जानें किस तारीख से शादी-विवाह का शुरू होगा शुभ मुहूर्त
ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी के अनुसार 19 अप्रैल को शुक्र का उदय हो जाएगा। तीन दिन बाल्यत्व रहेगा। ऐसे में शुभ कार्य नहीं होंगे। 22 अप्रैल की सुबह 5.45 शुक्र का बाल्यत्व खत्म हो जाएगा। इसके बाद से शादी-विवाह नामकरण यज्ञोपवीत संस्कार गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य शुरू होंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। कई महीनों से विवाह के मुहूर्त की प्रतीक्षा कर रहे लोगों के इंतजार की घडि़यां शीघ्र ही समाप्त होने वाली हैं। शादी-विवाह समेत अन्य शुभ कार्यों के लिए अच्छे दिन आने वाले हैं। बिना विघ्न के ये सब हो सकेंगे। इन्हीं दिनों में बैंड-बाजा के साथ बरात की धूम मचेगी। ऐसा सब बस कुछ ही दिनों बाद हो सकेगा। ज्योतिषियों ने शुभ मुहूर्त बताए हैं। यहां हम उसे आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं।
23 अप्रैल से विवाह का मुहूर्त
17 फरवरी को शुक्र ग्रह के अस्त होने से विवाह सहित समस्त शुभ कार्य रुक गए थे। ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि 19 अप्रैल को शुक्र का उदय हो जाएगा। तीन दिन उनका बाल्यत्व रहेगा। ऐसे में कोई शुभ कार्य नहीं किया जाएगा। जबकि 22 अप्रैल की सुबह 5.45 शुक्र का बाल्यत्व खत्म हो जाएगा। इसके बाद से शादी-विवाह, नामकरण, यज्ञोपवीत संस्कार, गृह प्रवेश, नीव का पूजन जैसे समस्त शुभ कार्य होने लगेंगे।
ये हैं विवाह के शुभ मुहूर्त
विवाह का मुहूर्त 23, 26, 28, 30 अप्रैल को है। जबकि मई में दो, सात, आठ, 13, 14, 19, 21, 22, 24, 25, 27, 29 तारीख को विवाह किया जा सकता है। इसी प्रकार 15, 17, 18, 20, 22, 24, 26 जून, एक व छह जुलाई को विवाह का मुहूर्त है।
17 जुलाई को लगेगा चातुर्मास
चातुर्मास 17 जुलाई की सुबह 4.11 बजे लग जाएगा, जबकि भगवान विष्णु 20 जुलाई को शयन पर चले जाएंगे। इसके साथ समस्त शुभ कार्यों में पुन: विराम लग जाएगा।
15 नवंबर को है देवोत्थान एकादशी
देवोत्थान एकादशी 15 नवंबर को भगवान विष्णु पुन: जाग्रत होंगे। जबकि 16 नवंबर सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ शुभ कार्य होंगे लगेंगे। नवंबर महीने में 20, 26, 28 व 29 तारीख को विवाह का मुहूर्त है। जबकि एक, पांच, 11 व 12 दिसंबर को भी विवाह का मुहूर्त है। 13 दिसंबर को खरमास आरंभ हो जाएगा। इसके साथ समस्त शुभ कार्य रुक जाएंगे।