सावधान ! बकाया बिजली बिल का नोटिस भेजकर ठग गिरोह बना रहे शिकार, आप न फंसिए जाल में
साइबर अपराधी ठगी करने के लिए नया तरीका अपना रहें। वह बकाया बिजली बिल को ठगी का जरिया बना रहे हैं। शहर में कई लोगों के साथ इस तरह की घटना हो चुकी है। कुछ के खाते से आनलाइन शापिंग की गई तो कुछ पेटीएम से पैसा ट्रांसफर करवाया गया।
केस-1
दारागंज निवासी अशोक कुमार श्रीवास्तव के पास बिजली बिल बकाया का एक नोटिस आया। उसमें एक मोबाइल नंबर लिखा था, जिसमें इलेक्ट्रीसिटी आफीसर से बात करने को लिखा था। साथ ही बिजली कनेक्शन रात साढ़े 10 बजे काटने के लिए कहा गया था। बात करने पर आफीसर ने टीव व्यूवर क्विक सपोर्ट मोबाइल एप डाउनलोड करवाया और फिर खाते से 48 हजार रुपये उड़ा दिए। पीड़ित ने दारागंज थाने में केस दर्ज कराया है।
केस-2
जार्जटाउन में रहने वाले एक सेवानिवृत कर्मचारी के पास भी कुछ दिन पहले अनजान नंबर से काल आई। कालर ने बिजली बिल का जल्द भुगतान न करने पर कनेक्शन काटने की बात कही। सेवानिवृत कर्मचारी ने जब उस मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो साइबर अपराधी ने मोबाइल पर एनी डेस्क एप डाउनलोड करवाया। इसके बाद उनके बैंक खाते से पैसा गायब कर दिया। उन्होंने बिजली विभाग से जानकारी ली तो पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है। तब भुक्तभोगी ने जार्जटाउन थाने में मुकदमा दर्ज करवाया।
प्रयागराज, जेएनएन। अगर आपके पास भी कभी बिजली के बकाया बिल का नोटिस आए अथवा कोई व्यक्ति फोन करके कनेक्शन काटने की बात कहे तो तत्काल बिजली विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें। ऐसा न करने पर आप भी ठगी का शिकार हो सकते हैं, जैसे अशोक कुमार श्रीवास्तव व सेवानिवृत कर्मचारी के साथ हुआ। दरअसल, साइबर अपराधी ठगी करने के लिए नया तरीका अपना रहें। इसके लिए वह बकाया बिजली बिल को ठगी का जरिया बना रहे हैं। शहर में रहने वाले कई लोगों के साथ इस तरह की घटना हो चुकी है। कुछ के खाते से आनलाइन शापिंग की गई तो कुछ पेटीएम से पैसा ट्रांसफर करवाया गया। इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस अब लोगों को सतर्क रहने की अपील कर रही है।
इन बातों का रखें ध्यान-
-बिजली बिल बकाया होने पर विभाग में जमा करें।
-आनलाइन भुगतान करते हुए विशेष सावधानी बरतें।
-नोटिस आने पर संबंधित अधिकारी से संपर्क करें।
-टीम व्यूवर, एनीडेस्क मोबाइल एप डाउनलोड न करें।
साइबर अपराधियों का है कहना
साइबर अपराधी ठगी करने के लिए नया ट्रेंड अपना रहे हैं। बिजली बिल का बकाया या कोई समस्या होने पर अधिकारी से ही संपर्क करें। अपराधियों से सतर्क रहने की जरूरत है।
- राजीव तिवारी, इंस्पेक्टर साइबर थाना